भोपाल : विश्व सिकलसेल सेल दिवस के अवसर पर डिंडोरी में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम की गरिमामय तैयारियां सुनिश्चित करें। उपराष्ट्रपति महोदय के विशिष्ट आतिथ्य में होने वाले इस कार्यक्रम की समस्त व्यवस्थाएं सुचारु और सुव्यवस्थित हो। उक्त निर्देश राज्यपाल पटेल ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में दिए। राजभवन के जवाहर खण्ड में आयोजित बैठक में अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मो. सुलेमान, राज्यपाल के प्रमुख सचिव मुकेश चन्द गुप्ता, जनजातीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दीपक खाण्डेकर मौजूद थे।
राज्यपाल पटेल के समक्ष स्वास्थ्य विभाग ने 19 जून के डिण्डोंरी कार्यक्रम की तैयारियों पर आधारित पी.पी.टी. प्रस्तुत की। पटेल ने कहा कि प्रदेश भर में विशेषकर जनजाति बाहुल्य ज़िलों में भी कार्यक्रम आयोजित करे। कार्यक्रम में स्थानीय एवं नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करें। पटेल ने मुख्य कार्यक्रम सहित जिलों के कार्यक्रमों में शिविर, सिकल सेल जाँच, उपचार, मैरिज काउंसलिंग, जीवनचर्या परामर्श, औषधी वितरण, कार्ड वितरण आदि की समस्त व्यवस्था पर चर्चा करते हुए जरूरी निर्देश दिए। राज्यपाल पटेल ने कहा कि जिन गांवों और क्षेत्रों में सिकल सेल स्क्रीनिंग का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण हुआ है उन्हें सम्मानित किया जाए।
राज्यपाल पटेल ने बैठक में सिकल सेल पोर्टल की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने जिलेवार समीक्षा करते हुए कहा कि स्क्रीनिंग का कार्य गंभीरता से करें। चिन्हित मरीज़ों को बीमारी, उपचार, आयुवार औषधी वितरण, सुविधाएं और बचाव के तरीक़ों के बारे में सरल भाषा में बताए। उन्होंने कहा कि रोगियों की संख्या में कमी लाना हमारा सामूहिक उद्देश्य होना चाहिए। पटेल ने कहा कि सिकल सेल के लिए प्रसव पूर्व जाँच, जन्म के 72 घंटों के बाद नवजात बच्चों की विशेष जाँच की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अनुसार आंगनवाड़ी केंद्र सहित स्थानीय स्वास्थ्य अमले की मदद ले। ऐसी महिलाएँ जिन्होंने सिकल सेल की प्रसव पूर्व जाँच कराई है उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी करे। 20-30 आयु वर्ग के वर-वधू को सिकल सेल और स्वास्थ्य की जाँच के महत्व की समझाईश दे। पटेल ने कहा कि सिकल सेल जाँच और वितरण कार्ड का 19 जून तक अधिक से अधिक वितरण करने का प्रयास करें।
राज्यपाल पटेल ने बैठक में नवजात शिशुओं के सिकल सेल जाँच की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सिकल सेल के जागरूकता अभियान में एन.सी.सी. के सदस्यों का भी सहयोग लिया जाए। उनके सहयोग से स्थानीय स्तर पर समय-समय पर कैंप का आयोजन करे।
निक्षय मित्रों की संख्या में वृद्धि हमारी प्राथमिकता
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने बैठक में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि टी.बी. उन्मूलन के लिए निक्षय मित्रों का सहयोग आवश्यक है। निक्षय मित्रों की संख्या को बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है। निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने के लिए स्थानीय व्यापारिक संघों और चेंबर ऑफ़ कॉमर्स आदि से समन्वय कर उनका सहयोग भी प्राप्त किया जाए। राज्यपाल पटेल ने प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान की समीक्षा करते हुए पोषण सहायता, निक्षय मित्र की जिलेवार समीक्षा, फूड बास्केट वितरण आदि बिन्दुओं पर चर्चा की और ज़रूरी निर्देश दिए। उन्होंने टी.बी. मुक्त भारत अभियान में मध्यप्रदेश की प्रगति से संतोष जताया और प्रबंधन टीम को बधाई दी।
बैठक में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन संचालक स्वास्थ्य मिशन श्रीमती प्रियंका दास ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राज्यपाल के अपर सचिव उमाकांत भार्गव, राज्यपाल के विधि अधिकारी उमेश श्रीवास्तव, स्वास्थ्य और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।