देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में महिलाओं पर बढ रहे अत्याचार की घटनाओं को लेकर आज जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए राज्य की बिगडती कानून व्यवस्था एवं बढ़ती महिला अपराध की घटनाओं को रोके जाने की मांग की। जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एस.पी. सिटी द्वारा मौके पर पहुंचकर ज्ञापन लिया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती ज्योति रौतेला के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन के साथ राज्य की बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था, महिलाओं व नाबालिग बच्चियों के विरूद्ध हो रही हिंसा, बलात्कार व जघन्य हत्याकांड की घटनाओं को लेकर नारेबाजी के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से कनक चौक तक मार्च निकालते हुए राज्य सरकार का पुतला दहन किया। महामहिम राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन में महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि भ्रष्टाचार और भयमुक्त सरकार के अपने वायदे पर अमल करने में राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा की राज्य सरकार के 7 वर्ष के कार्यकाल में राज्य में बलात्कार, जघन्य हत्याकांड, लूट-पाट, चोरी, डकैती, चेन स्नैचिंग, टप्पेबाजी जैसे जघन्य अपराध की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पिछले 7 वर्ष से राज्य में अराजकता, चोरी, डकैती, लूट, बलात्कार व महिला अत्याचार की घटनायें घटित हुई हैं उससे राज्य में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। अंकिता भण्डारी हत्याकांड और बहादराबाद बलात्कार और हत्या की घटनाओं में सत्ताधारी दल के नेताओं की संलिप्ता से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार बलात्कारियों की संरक्षक बनी हुई है तथा इस प्रकार के घृणित अपराध करने वाले अपराधियों को सजा दिलाने की बजाय बचाने का काम कर रही है। यह कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगी कि राज्य सरकार और मित्र पुलिस बलात्कारियों और भ्रष्टाचारियों की सरंक्षक बनी हुई है।
ज्योति रौतेला ने कहा कि लालकुआं में मासूम बच्ची का बलात्कार, किच्छा में चार साल की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या, उत्तरकाशी में नाबालिग से सामूहिक बलात्कार, बागेश्वर व थराली में नाबालिग से दुष्कर्म का प्रयास, देहरादून स्थित राष्ट्रीय दृष्टि बाधिता संस्थान में छात्राओं से छेड़-छाड़ की घटना, चर्चित अंकिता भंडारी जघन्य हत्याकांड, हेमा नेगी, पिंकी हत्याकांड, चम्पावत में नाबालिग से बलात्कार, मंगलौर में सामूहिक दुष्कर्म, श्रीनगर में युवती से बलात्कार का प्रयास, द्वाराहाट में नाबालिग दलित युवती से बलात्कार, देहरादून में महिला को बंधक बनाकर दुष्कर्म, बहादराबाद में 13 साल की मासूम के साथ सामूहिक बलात्कार के उपरान्त हत्या की घटनायें मानवता को शर्मशार करने वाली तथा देवभूमि की अस्मित को कलंकित करने वाली घटनायें हैं। बहादराबाद बलात्कार एवं हत्या की घटना को एक सप्ताह भी नहीं व्यतीत हुआ कि दिनांक 3 जुलाई 2024 को चम्पावत में महिला के अपहरण के उपरान्त सामूहिक बलात्कार की घटना ने फिर से एक बार देवभूमि को शर्मसार कर दिया है। राज्य में लगातार घट रही इन घटनाओं से गिरती कानून व्यवस्था उजागर होने के साथ-साथ राज्य की अस्मिता पर भी भारी चोट पहुंची है। राज्य की जनता में भय का वातावरण व्याप्त है तथा आमजन विषेशकर महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लगातार घट रही जघन्य अपराध की इन घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है तथा लचर कानून व्यवस्था के चलते अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि एक के बाद एक महिला अपराध की घटनाओं पर रोक लगने की बजाय दिन प्रतिदिन अपराध बढते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी इन घृणित बलात्कार और हत्याकांड की घटनाओं की कठोर शब्दों में निन्दा करते हुए दोषियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग करती है तथा संवैधानिक संरक्षक होने के नाते महामहिम राज्यपाल से मांग करती है कि राज्य की विगडती कानून व्यवस्था एवं बढ़ती महिला अपराध की घटनाओं को रोके जाने हेतु राज्य सरकार को निर्देशित करें। विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, नजमा खान, जया कर्नाटक, जिलाध्यक्ष खष्टी बिष्ट, धनी दुम्का, प्रदेश महामंत्री सुनीता कश्यप, सचिव जया, इमराना परवीन, मीना बिष्ट, अनुराधा तिवाडी, रेखा ढींगरा, कोमल पारखी, शोभा बडोनी, निधि नेगी, राम प्यारी, सुशीला शर्मा, मनजीत कौर, महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा, अनीता दास, शकुन्तला, शोभा देवी, कौशल्या, मधु, अनीता दास, सीमा, शीला देवी, आरती देवी, संगीता शर्मा, सोनिया, नूर जहां, पुष्पा देवी, लीला देवी, राम कुमारी, प्रमिला आदि दर्जनों महिला कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।