छात्र शक्ति का महाकुंभ: सीएम मोहन यादव ने किया तीन दिवसीय विद्यार्थी परिषद अधिवेशन का भव्य आगाज 

गुना में राष्ट्र निर्माण की गूंज, ऐतिहासिक अधिवेशन में राष्ट्रवादी विचारधारा का संगम

गुनाl शहर में गुरुवार से शुरू हुआ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 57वां प्रांतीय अधिवेशन छात्रों और राष्ट्रवाद के विचारों का संगम बना। तीन दिन तक चलने वाले इस भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। उनके साथ मंच पर विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान की उपस्थिति रही। अधिवेशन में मौजूद हजारों कार्यकर्ताओं और छात्रों ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में परिषद के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन केवल एक छात्र संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा का माध्यम है। उन्होंने कहा, विद्यार्थी परिषद हमें अपने अतीत के गौरव से जुडऩे और भविष्य के लिए नए विचार विकसित करने की प्रेरणा देता है। यह केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान के माध्यम से नई दिशा दिखाता है। उन्होंने प्रदेश की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डालते हुए बताया कि आने वाले समय में राज्य में 52 मेडिकल कॉलेज होंगे, जिनमें एलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक कॉलेज भी शामिल हैं। डॉ. यादव ने कहा कि भारत का गौरव आज पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि नदी जोडऩे की योजना, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरू किया था, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह घोषणा भी की कि गुना में कृषि शिक्षा के लिए विशेष सीटें उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

राष्ट्र निर्माण में छात्र शक्ति का योगदान
राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने इस अवसर पर कहा कि विद्यार्थी परिषद एक ऐसा संगठन है, जो छात्रों को केवल शैक्षणिक सफलता ही नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा, यह संगठन चंबल और मालवा की इस वीर धरती पर छात्रों को राष्ट्रीय सोच और जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाने आया है। विद्यार्थी परिषद ने हमेशा देश के नाम को भारत बनाने और शिक्षा में भारतीयता को बढ़ावा देने की मांग उठाई है। यह संगठन देश के हर कोने में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है।

तीन दिन तक चलेगा आयोजन, शोभायात्रा बनेगी आकर्षण
अधिवेशन का आयोजन पहली बार गुना में किया गया है। इस आयोजन की तैयारियां पिछले दो महीनों से जोरों पर थीं। अधिवेशन का मुख्य आकर्षण 20 दिसंबर को निकलने वाली भव्य शोभायात्रा होगी। यह शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए शास्त्री पार्क तक जाएगी। तीन किलोमीटर लंबी इस शोभायात्रा का स्वागत शहर के नागरिक जगह-जगह करेंगे। शास्त्री पार्क में एक विशाल खुला अधिवेशन होगा, जहां युवाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित किया जाएगा। अधिवेशन की स्वागत समिति के अध्यक्ष राजेश मोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री से हमारा अनुरोध है कि वे छात्रों को ऐसा मूल मंत्र दें, जिससे यह अधिवेशन आने वाली पीढय़िों के लिए मार्गदर्शक बने।

संगठनात्मक घोषणाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम
अधिवेशन के दौरान संगठन की भविष्य की योजनाओं और प्रस्तावों पर भी चर्चा होगी। 21 दिसंबर को आयोजित सत्र में इन प्रस्तावों को पारित किया जाएगा और नई कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों का प्रसार किया जाएगा। इस आयोजन के लिए विद्यार्थी परिषद की ओर से 15 समूह बनाए गए हैं, जो 59 विभागों में विभाजित हैं। 200 से अधिक कार्यकर्ता इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए जुटे हैं। इस अधिवेशन में पेश किए गए प्रस्ताव और चर्चा देश की शिक्षा और छात्र शक्ति को नई दिशा देंगे। गुना में पहली बार आयोजित इस प्रांतीय अधिवेशन ने यह साबित कर दिया कि विद्यार्थी परिषद केवल एक छात्र संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र के विकास और समाज के पुनर्निर्माण की ओर बढऩे वाला एक सशक्त मंच है।

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