महादेव ऐप के जरिए हजारों करोड़ का घोटाला करने वाले सौरभ चंद्राकर दुबई में नजरबंद है।
भारत के रेड कॉर्नर नोटिस के बाद यूएई के अधिकारियों ने चंद्राकर के ठिकाने पर ताला लगा दिया है।
चंद्राकर महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के दो मुख्य आरोपी मालिकों में से एक हैं, जो एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ा है।
यूएई अधिकारी फिलहाल उस पर निगरानी रख रहे हैं। भारत की तरफ से की जा रही कार्रवाई के बाद संभावना बढ़ गई हैं कि जल्द ही चंद्राकर को भारत लाया जा सकता है।
महादेव ऐप मामला एक हाई-प्रोफाइल घोटाला है, जिसमें एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफ़ॉर्म शामिल है जो पोकर, कार्ड गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट जैसे विभिन्न खेलों पर गैर कानूनी जुआ को बढ़ावा देता है।
चंद्राकर के खिलाफ ईडी ने इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। जिसके बाद यूएई के अधिकारी चंद्राकर के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
चंद्राकर को दुबई में नजरबंद किया गया है और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। अधिकारी उसके भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि अक्टूबर में छत्तीसगढ़ के रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के आदेश पर ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी।
जांच एजेंसी के अनुसार, सौरभ चंद्राकर और एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल संयुक्त अरब अमीरात स्थित अपने हेड ऑफिस से महादेव सट्टेबाजी ऐप के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला का लेनदेन कर रहे थे। इस मामले में 6000 करोड़ की मनी लॉड्रिंग करने का आरोप है।
उप्पल को स्थानीय अधिकारियों ने दिसंबर की शुरुआत में दुबई में हिरासत में लिया था। उस समय, मनी लॉन्ड्रिंग रोधी एजेंसी ने कहा था कि अधिकारी उप्पल को भारत भेजने के लिए अरब देश से संपर्क कर रहे हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरेशी, कपिल शर्मा, बोमन ईरानी और हिना खान समेत कई बॉलीवुड हस्तियों को भी ईडी ने समन भेजा था।
जांच एजेंसी को उन पर संदेह है कि उन्होंने उप्पल और चंद्राकर द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में परफॉर्मेंस के बदले भुगतान के रूप में बड़ी मात्रा में कैश (ब्लैक मनी) लिया था।