मप्र की ऐतिहासिक पुष्कर-अजमेर यात्रा आज होगी प्रारंभ

इंदौर। मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित पुष्कर-अजमेर यात्रा आज 4 दिसंबर को रात्रि 08 बजे गांधी हॉल परिसर से अध्यक्ष श्री प्रवीण खारीवाल "कप्तान" के नेतृत्व में विधिवत रूप से प्रस्थान करेगी। इस यात्रा में पत्रकारिता जगत के सम्मानित सदस्य एवं उनके परिजन भाग ले रहे हैं।

इंदौर से पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल रवाना, सौहार्द और सांस्कृतिक समर्पण का प्रतीक बनेगी यात्रा

यात्रा का विशेष महत्व

यह यात्रा केवल एक धार्मिक और पर्यटन यात्रा नहीं है, बल्कि पत्रकारों के लिए एक ऐसा मंच है जो उन्हें आपसी सौहार्द, सहयोग और संवाद के लिए एकत्र करता है। स्टेट प्रेस क्लब की यह पहल पत्रकारिता के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द का भी प्रतीक है। इस यात्रा में 75से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। बस, टेम्पो ट्रेवल्स, कार, और ट्रेन के माध्यम से यात्रियों के लिए आरामदायक परिवहन की व्यवस्था की गई है। प्रमुख यात्री सूची में वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं।

यात्रा का प्रारंभिक चरण

गांधी हॉल परिसर से बस, टेम्पो ट्रेवल्स एवं कार रवाना होंगे। यात्रियों को यात्रा के दौरान सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। 

पुष्कर में विश्राम और स्वागत

यात्रा 5 दिसंबर को पुष्कर पहुंचेगी, जहां सभी यात्री माहेश्वरी सेवा सदन में ठहरेंगे। नाश्ता, दोपहर और रात्रि भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है। 

अजमेर का धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव

6 दिसंबर को सभी यात्री अजमेर के लिए रवाना होंगे। यहाँ मेयो कॉलेज का दौरा, साध्वी अनादि सरस्वती जी के आश्रम में चाय, और अजमेर शरीफ दरगाह पर दर्शन और स्वागत कार्यक्रम का आयोजन होगा। यह यात्रा अजमेर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को करीब से जानने का अवसर प्रदान करेगी।

यात्रा का समापन

6 दिसंबर की रात को अजमेर से इंदौर के लिए वापसी होगी, और 7 दिसंबर को सुबह 8 बजे यात्रा का समापन गांधी हॉल परिसर में होगा।

विशेष संदेश

स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री प्रवीण खारीवाल ने इस यात्रा को पत्रकारिता के उच्च आदर्शों और आपसी सौहार्द का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "यह यात्रा न केवल मनोरंजन और धार्मिक अनुभवों का संगम है, बल्कि यह पत्रकारों के बीच सहयोग और आत्मीयता को प्रोत्साहित करने का प्रयास है।"

यह यात्रा उन सभी प्रतिभागियों के लिए यादगार साबित होगी, जो इस ऐतिहासिक यात्रा के माध्यम से सांस्कृतिक और आध्यात्मिक समृद्धि का अनुभव करेंगे।