भोपाल । मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस का सूपडा साफ कर काफी गदगद है। गौरतलब है कि प्रदेश चुनाव में सभी 29 सीटें जीतकर भाजपा ने कांग्रेस का क्लिनस्विप कर दिया है। मध्य प्रदेश में प्रचंड बहुमत के बाद यहां के नेताओं को बीजेपी सरकार में ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद मिलने की उम्मीद बढती नजर आ रही हैं। प्रदेश के विरिष्ठ नेताओं की लंबी कतार है, ऐसे में सभी को तो सरकार के लिए मंत्री पद देना कठिन कार्य है, लेकिन छह सांसद ऐसे हैं जिनका मंत्री बनना तय है। मध्य प्रदेश से सभी सांसद सुबह दिल्ली कूच कर गए हैं। सुुुबहह 12 बजे प्रदेश के सभी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे। 2019 में 28 सीटों पर जीत के बाद एमपी से पांच लोगों को मोदी कैबिनेट में जगह मिली थी। इस बार मध्य प्रदेश से मंत्री बनने की रेस में शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीडी शर्मा, फग्गन सिंह कुलस्ते, वीरेंद्र घटिक और गणेश सिंह के नाम चर्चा में हैं। शिवराज के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया का फिर से मंत्री बनने की चर्चा भी जोरों पर है। सिंधिया ने इस चुनाव में 5 लाख 40 हजार वोटों से बड़ी जीत दर्ज की है। बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा और केंद्रीय मंत्री बनाया। इसके बाद मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद उनका कद लगातार बढ़ता गया। इस बार भी सरकार में उनको बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय है। ग्वालियर रियासत के महाराजा सिंधिया को मराठा क्षत्रिय हैं। वहीं गणेश सिंह सतना से पांचवीं बार सांसद चुने गए हैं। पिछडा वर्ग से होने के कारण उनकी भी मंत्री बनने की संभावना प्रबल है।
प्रदेश में ओबीसी चेहरा हैं शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग से आते हैं। उन्हें मंत्री बनाकर बीजेपी ओबीसी वर्ग को साध सकती है। मध्यप्रदेश में 50 फीसदी से ज्यादा ओबीसी वर्ग के लोग रहते हैं. यही वजह है कि बीजेपी ओबीसी के मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहती है मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मोदी कैबिनेट में जगह मिलना लगभग तय माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान जब तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मैं शिवराज को दिल्ली ले जाना चाहता हूं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो शिवराज, मोदी कैबनेट में कृषि मंत्री बन सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने विदिशा संसदीय सीट से 8 लाख 21 हजार वोटों से जीत हासिल की है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल भी जल्द खत्म होने वाला है, ऐसे में वो भी मंत्री बन सकते हैं।
ब्राह्मण वर्ग से आते हैं वीडी शर्मा
खजुराहो से बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा ब्राह्मण वर्ग से आते हैं, उन्हें इस बार केंद्र में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। वीडी शर्मा पांच लाख 25 हजार वोटों से बड़ी जीत दर्ज की है, उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव, नगर निगम और उप चुनाव में बीजेपी ने बेहतरीन प्रर्दशन किया। केंद्र सरकार में मंत्री रहे फग्गन सिंह कुलस्ते की एक बार फिर मोदी की टीम में एंट्री हो सकती है। कुलस्ते ने मंडला लोकसभा सीट पर आठवीं बार जीत दर्ज की है उन्होंने एक लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव जीता है. फग्गन अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं. बीजेपी इस वर्ग को साधने के लिए उन्हें फिर कैबिनेट में जगह दे सकती है। टीकमगढ़ से चुनाव जीते और मोदी कैबिनेट में मंत्री रहे वीरेंद्र खटीक को फिर से मोदी सरकार में जगह मिल सकती है। खटीक अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं वो लगातार चार बार टीकमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। इस चुनाव में भी उन्होंने 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है।