कनाडा के ओंटारियो प्रांत में बीते कुछ महीनों में हिंदू मंदिरों पर कई हमले हुए हैं।
इन हमलों ने देश में सांप्रदायिक तनाव भी बढ़ाया है। अब इस सिलसिले में कार्रवाई करते हुए कनाडा पुलिस ने 41 साल के जगदीश पंधेर को अरेस्ट किया है।
पंधेर ग्रेटर टोरंटो एरिया के ब्रैम्पटन में रहता है। उस पर पहले से ही कई आरोपों में केस चल रहे हैं और फिलहाल वह बेल पर बाहर था।
बीते साल भी उसने कुछ पूजास्थलों को निशाना बनाया था। पुलिस का कहना है कि सिक्योरिटी सर्विलांस में देखा गया था कि एक शख्स 8 अक्टूबर को हिंदू मंदिर में घुस जाता है।
इसके बाद वह मंदिर को नुकसान पहुंचाता है और वहां रखे दान पात्र से बड़ी मात्रा में कैश लेकर निकलता है। फुटेज में देखा गया था कि वह मंदिर में जा रहा है।
इसके बाद जब जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि वही शख्स कई मंदिरों में इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुका है।
डरहम और ग्रेटर टोरंटो के कई मंदिरों में उसने इस तरह की हरकत की थी। पुलिस का कहना है कि भले ही ये घटनाएं मंदिरों में हुई हैं, लेकिन इन्हें हेट क्राइम या फिर नफरत के चलते अंजाम दी गई घटना नहीं कहा जा सकता।
सितंबर के बाद से अब तक ओंटारियो में कम से कम 6 मंदिरों को नुकसान पहुंचाय जा चुका है।
इस मसले को हिंदू समुदाय लगातार उठाता रहा है। अब तक जिन मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है, उनमें पिकरिंग का देवी मंदिर, अजाक्स का संकट मोचन मंदिर और ओशावा का हिंदू मंदिर शामिल हैं।
इसके अलावा ग्रेटर टोरंटो में भी तीन मंदिरों पर हमले की घटनाएं सामने आई थीं। 2021 में भी ऐसी कुछ घटनाएं हुई थीँ।
कुल मिलाकर ऐसे 18 मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले मार्च 2022 में भी हिंदू मंदिरों पर अटैक के मामलों में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने मार्च में जिन लोगों को अरेस्ट किया था, उनमें से एक यही जगदीप पंधेर था। इसके अलावा गुरशरणजीत ढींढसा, परमिंदर गिल और गुरदीप पंधेर को भी अरेस्ट किया गया था।
इन लोगों ने ज्यादातर हिंदू मंदिरों को ही नुकसान पहुंचाया था, लेकिन जैन मंदिरों और गुरुद्वारों पर भी तोड़फोड़ और लूट की थी।