बच्चों के संस्कार में आना चाहिये कि जल अमृत है, इसे व्यर्थ न बहायें : नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय

भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि आज जरूरी है कि बच्चों के संस्कार में आना चाहिये कि जल अमृत है, इसे व्यर्थ न बहायें। यदि यह कार्य शत-प्रतिशत होता है, तो देवास देश को मार्गदर्शन देने वाला शहर बन जायेगा। नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय आज देवास के मल्हार स्मृति मंदिर में हुए अमृत संचय अभियान को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में विधायक अरुण भीमावत, महापौर श्रीमती गीता अग्रवाल एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।

नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि जल संचय के लिये अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि इंदौर में इस सीजन में अब तक जन-भागीदारी से 51 लाख पेड़ लगाये जा चुके हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि एक पीपल का पेड़ 10 हजार से एक लाख लीटर पानी जमीन में पहुँचाता है। उन्होंने बताया कि नर्मदा के किनारे नगरीय निकायों में एसटीपी लगाने का कार्य किया जायेगा। मंत्री विजयवर्गीय ने एक पेड़ माँ के नाम अभियान के अंतर्गत मल्हार स्मृति मंदिर में पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने कहा कि पूर्व में देवास में इंदौर से नर्मदा मैया का पानी लाना पड़ता था। अब क्षिप्रा नदी पर डेम बनने से देवास में तीसरी मंजिल तक पानी पहुँच रहा है। उन्होंने कहा कि अगले साल तक हमें एक हजार करोड़ लीटर वर्षा का जल बचाना है। कार्यक्रम को राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री विज्ञान भारती प्रवीण रामदास ने भी संबोधित किया।

कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने बताया कि देवास में 100 दिन पहले अमृत संचय अभियान शुरू हुआ है। सभी के सहयोग से हमने 225 करोड़ लीटर पानी बचाने के लक्ष्य को हासिल कर लिया है। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत जिले में बोरीबंधान का कार्य किया जा रहा है। क्षिप्रा नदी के आसपास लगने वाले 104 ग्रामों में सोकपिट बनाये जा रहे हैं। नदी के आसपास से अतिक्रमण हटाकर पौध-रोपण किया जा रहा है। जिले के तालाबों में मत्स्य-पालन के लिये यूजर ग्रुप बनाये जा रहे हैं।

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