ढाका । बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने विपक्षी दलों के नेताओं और आंदोलनकारियों को यातना देने के लिए सीक्रेट जेल बनवाई थी। इस जेल को आईना घर का नाम दिया गया था। इस जेल में कैदियों को घंटे उल्टा करके लटकाया जाता था। प्लास से नाखून उखड़े जाते थे। तरह-तरह से उन्हें यातनायें दी जाती थी। इस जेल में एक समय पर 500 कैदियों को रखा जाता था।
जमात ए इस्लामी के बड़े नेता अमीर कासिम के बेटे बैरिस्टर अहमद ने 8 साल तक इस यातना घर में बर्बरता झेली है। उन्होंने कहा कि उन्हें हर दिन लगता था कि उनका यह आखिरी दिन है।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि शेख हसीना अपने विरोधी नेताओं, अधिकारियों, प्रदर्शनकारियों और पत्रकारों को आईना घर नामक जेल में रखकर यातनाएं दी जाती थी। 5 अगस्त को हुए त्तख्ता पलट के बाद आईना घर से कैदियों को रिहा किया गया है। 9 अगस्त को आईना घर के इंचार्ज मेजर जनरल जिया उल एहसान को देश छोड़कर भागते समय ढाका एयरपोर्ट में गिरफ्तार किया गया है। एहसान अब सेना की गिरफ्त में है। इनका कोर्ट मार्शल करने की तैयारी की जा रही है।