विजयवर्गीय ने बताया कि 51 लाख पौधे लगाना और उन्हें जीवित रखना हमारे लिए चुनौती है, लेकिन पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल के लिए भी हम अलग-अलग समितियां बनाएंगे। पौधे लगाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इंदौर में सफाई के बाद अब हरियाली को लेकर जन आंदोलन खड़ा करने की कवायद की जा रही है। इसके लिए इंदौर में 51 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह अभियान 7 से 14 जुलाई तक चलेगी। अभियान की लांचिंग सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव करेंगे। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि 14 जुलाई को एक साथ 11 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम भी इंदौर आ रही है।इस कार्यक्रम के लिए हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को भी अमंत्रण दिया है। केंद्रीय मंत्री भूपेद्र यादव ने कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति दे दी है। विजयवर्गीय ने बताया कि 51 लाख पौधे लगाना और उन्हें जीवित रखना हमारे लिए चुनौती है, लेकिन पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल के लिए भी हम अलग-अलग समितियां बनाएंगे। पौधे लगाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस अभियान के लिए शहर में प्रतिदिन 2 लाख गड्ढे किए जा रहे है। अलग-अलग स्थानों को हमने चिन्हित किया है। कई समाजों के संगठनों ने हमने अभियान में जुड़ने के लिए संपर्क किया है। जो समाज जिस हिस्से में पौधे लगाएगा और उनकी देखभाल करेगा। उस हिस्से का नामकरण समाज के नाम से किया जाएगा। इसके अलावा रामायण के पात्रों के नामों पर शहर में अलग-अलग वन बनाए जाएंगे।
पुणे, छत्तीसगढ़ से मंगाए पौधे
विजयवर्गीय ने कहा कि शहर में इतने पौधे नहीं होने के कारण हमने पुणे, छत्तीसगढ़ से भी पौधे मंगाए है। इसके अलावा झाबुआ से श्रमिक भी आ रह है, ताकि शहर में ज्यादा से ज्यादा गड्ढे हो सके। उन्होंने कहा कि इंदौर में जनभागीदारी के कारण सफाई बेहतर हो गई और इंदौर लगातार सात बार से सफाई में नंबर वन है। सफाई की तरह अब हरियाली को भी जन आंदोलन का शहर में रुप दिया जाएगा, ताकि इंदौर हरा-भरा भी हो सके। इंदौर के अलावा प्रदेश के दूसरे शहरों में भी सिटी फारेस्ट बनाए जाएंगे।