कनाडा के एक वॉलमार्ट स्टोर के बेकरी डिपार्टमेंट के वॉक-इन ओवन में मृत लड़की के मामले की जांच पुलिस ने पूरी कर ली है। भारतीय मूल की महिला गुरसिमरन कौर की मौत पिछले महीने वॉलमार्ट स्टोर के बेकरी डिपार्टमेंट के वॉक-इन ओवन के अंदर संदिग्ध परिस्थियो में हुई थी। इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस अधिकारी कर रहे थे। पुलिस के एक अधिकारी ने इस मामले में बताया कि जांच में पाया गया कि मौत संदिग्ध नहीं थी और किसी गड़बड़ी का सबूत नहीं मिला।
संदिग्ध परिस्थिति में हुई थी मौत
दरअसल, 19 अक्तूबर को 19 वर्षीय लड़की हैलिफ़ैक्स में सुपरस्टोर के एक वॉक-इन ओवन के भीतर मृत पाई गई थी। इस घटना के बाद रिपोर्ट्स में बताया गया कि उसे उसकी मां ने जला हुआ पाया। मां उस स्टोर में पिछले करीब 10 सालों से काम कर रही है। इस घटना के बाद तमाम सवाल खड़े हुए, स्थानीय पुलिस ने इस मामले में जांच शुरु की। रिपोर्ट्स में बताया गया कि इस मामले की जांच अब पूरी कर ली गई है।
जांच में क्या आया सामने?
इस मामले को लेकर हैलिफ़ैक्स क्षेत्रीय पुलिस के जन सूचना अधिकारी मार्टिन क्रॉमवेल ने कहा कि हम समझते हैं कि जो कुछ हुआ उसके बारे में कई सवाल हैं। गहन जांच में समय लगता है। आगे उन्होंने बताया,"जांच के एक हिस्से के रूप में, हमने कई साक्षात्कार किए और वीडियो फुटेज की समीक्षा की। मैं यह साझा कर सकता हूं कि हमारी जांच से हमें किसी गड़बड़ी का संदेह नहीं हुआ है। हमें नहीं लगता कि इसमें कोई और शामिल था। हम इस मामले में जनता की रुचि को स्वीकार करते हैं, और ऐसे सवाल हैं जिनका उत्तर कभी नहीं दिया जा सकता।"
शुरुआती जांच के दौरान हैलीफ़ैक्स पुलिस ने बताया था कि इस मामले की जांच थोड़ी कठिन है। जांच करने में कई एजेंसियां पुलिस की मदद कर रही हैं।
सुपरमार्केट में काम करती थी लड़की
घटना के बाद बताया गया था कि गुरसिमरन कौर ने अपनी माँ के साथ दो साल तक वॉलमार्ट में काम किया। वहीं, गौर के पिता और भाई भारत में रहते हैं और यहां पर काम करते हैं। 19 वर्षीय लड़की गुरसिमरन कौर की मौत के बाद वॉलमार्ट के कर्मचारियों ने सुझाव दिया था कि संभव है कौर को वॉक-इन ओवन में बंद कर दिया गया था और मरने तक जलाया गया हो।
दरअसल, पिछले महीने एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वॉलमार्ट के कर्मचारी क्रिस ब्रीज़ी ने दावा किया था कि वॉलमार्ट में काम करते समय उन्होंने जिस ओवन का इस्तेमाल किया था, वह बाहर से चालू हो गया था और दरवाज़े के हैंडल को खोलना बहुत मुश्किल था। गुरसिमरन कौर के साथ करने वाली सहकर्मी क्रिस ब्रीज़ी ने यह भी बताया कि ओवन के अंदर एक आपातकालीन कुंडी लगी हुई थी और ऐसा कोई काम नहीं था जिसके लिए कर्मचारी को शारीरिक रूप से ओवन में प्रवेश करना पड़े।
उन्होंने इस टिक-टॉक वीडियो में यह भी दावा किया कि ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे कोई खुद को वहाँ बंद कर सके। वहीं, इस वीडियो में एक और सहकर्मी मैरी ने बताया था कि ओवेन का दरवाजा अपने आप बंद ही नहीं हो सकता है। इस ओवेन को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि दरवाजा बंद करने के लिए इसे दबाना होगा और क्लिक की आवाज़ सुननी ही होगी।
कैसे हुई थी गुरसिमरन कौर की मौत
उल्लेखनीय है कि 19 साल की गुरसिमरन कौर मूल रूप से भारत की रहने वाली थीं। वे 3 साल पहले अपनी मां के साथ यूनाइटेड किंगडम से कनाडा आईं थीं। कनाडा की स्थानीय मीडिया ने गुरसिमरन कौर की मृत्यु के बाद बताया था कि 19 अक्टूबर को गुरसिमरन की मां को चिंता हुई जब उन्होंने अपनी बेटी को बेकरी में एक घंटे तक नहीं देखा। देर तक अपनी बेटी से ना मिलने के बाद उन्होंने उसके मोबाइल पर कई बार कॉल की, लेकिन कॉल नहीं लगा। जिस कारण उनकी चिंता और बढ़ गई।
जब उनके अपनी बेटी नहीं मिली तो उन्होंने प्रशासन से मदद मांगी। दुखद बात यह है कि कई घंटों की तलाश के बाद, गुरसिमरन के जले हुए अवशेष बेकरी में वॉक-इन ओवन के अंदर पाए गए। जब उसकी मां ने वॉक-इन- ओवन का दरवाजा खोला तो वह भयभीत हो गईं।