विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से लाल सागर में चुनौतीपूर्ण सुरक्षा हालात पर चर्चा की है।
जयशंकर और ब्लिंकन ने फोन पर हुई इस बातचीत में इजराइल-हमास संघर्ष और यूक्रेन के हालात पर भी विचार साझा किए हैं।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”मेरे मित्र अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से आज शाम अच्छी बातचीत हुई। हमारी बातचीत में समुद्री सुरक्षा चुनौतियों, विशेष रूप से लाल सागर क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। गाजा समेत पश्चिम एशिया में मौजूदा हालात पर उनके दृष्टिकोण को सराहा।”
बाद में विदेश मंत्री ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग से भी फोन पर बात की।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर से बात की है।
बातचीत में दोनों मंत्रियों ने दक्षिणी लाल सागर और अदन की खाड़ी में हूती हमलों पर चिंताओं जताई है और आगे की रणनीति पर चर् की है।
मिलर ने कहा कि लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले वाणिज्यिक जहाजों के मुक्त प्रवाह को ना सिर्फ खतरे में डालते हैं बल्कि निर्दोष नाविकों को खतरे में डालते हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हैं।
बयान में कहा गया है कि अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि लाल सागर एक प्रमुख वाणिज्यिक गलियारा है जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सुविधाजनक बनाता है। उन्होंने क्षेत्र में नेविगेशन की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए भारत के साथ बढ़ते सहयोग का स्वागत किया।
दोनों मंत्रियों ने इज़राइल-हमास संघर्ष को बढ़ने से रोकने के प्रयासों और गाजा में नागरिकों को मानवीय सहायता पहुंचाने पर भी चर्चा की। अमेरिकी विदेश मंत्री ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रामक युद्ध पर भी चर्चा की है।
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