देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में तिमाही आधार पर 1.59 फीसदी बढ़कर 96.96 करोड़ पहुंच गई। जनवरी-मार्च तिमाही में देश में 95.44 करोड़ इंटरनेट ग्राहक थे। कुल 96.96 करोड़ ग्राहकों में 4.20 करोड़ लोग वायर के जरिये इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, जबकि वायरलेस इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 92.75 करोड़ पहुंच गई है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की ओर से ‘इंडिया टेलीकॉम सर्विसेज परफॉर्मेंस इंडिकेटर’ रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान मोबाइल सेवाओं के लिए हर ग्राहक से दूरसंचार कंपनियों को होने वाली कमाई सालाना आधार पर 8.11 फीसदी बढ़कर 157.45 रुपये पहुंच गई है। मासिक आधार पर इन कंपनियों का प्रति उपयोगकर्ता औसत मासिक राजस्व (एआरपीयू) जनवरी-मार्च तिमाही के 153.54 रुपये की तुलना में 2.55 फीसदी बढ़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में दूरसंचार सेवा क्षेत्र का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बढ़कर 70,555 करोड़ रुपये पहुंच गया है। इसमें तिमाही आधार पर 0.13 फीसदी और सालाना आधार पर 7.51 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
ब्रॉडबैंड से 94 करोड़ लोग चलाते हैं इंटरनेट
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रॉडबैंड के जरिये इंटरनेट चलाने वालों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में 1.81 फीसदी बढ़कर 94.07 करोड़ पहुंच गई। जनवरी-मार्च तिमाही में इनकी संख्या 92.40 करोड़ थी। हालांकि, नैरोबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.03 करोड़ से घटकर 2.88 करोड़ रह गई।
टेलीफोन ग्राहक : 120.56 करोड़
देश में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 120.56 करोड़ हो गई। इसमें जनवरी-मार्च की तुलना में 0.53 फीसदी और सालाना आधार पर 2.70 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
शहरी इलाकों में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या 66.53 करोड़ से बढ़कर 66.71 करोड़ पहुंच गई। ग्रामीण इलाकों में भी यह संख्या 53.85 करोड़ है, जो तिमाही आधार पर अधिक है।
117 करोड़ वायरलेस ग्राहक
देश में वायरलेस ग्राहकों की संख्या शुद्ध रूप से 50.4 लाख बढ़कर अप्रैल-जून में 117.05 करोड़ पहुंच गई है। मासिक आधार पर संख्या 0.43 फीसदी और सालाना आधार पर 2.36 फीसदी बढ़ी है। इस दौरान वायरलाइन ग्राहकों की संख्या मासिक आधार पर 3.90 फीसदी और सालाना आधार पर 15.81 फीसदी बढ़कर 3.51 करोड़ पहुंच गई।
दूरसंचार घनत्व बढ़कर 85.95 फीसदी
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल दूरसंचार घनत्व तिमाही आधार पर 85.69 फीसदी से बढ़कर 85.95 फीसदी पहुंच गया। ग्रामीण इलाकों में यह 59.19 फीसदी से बढ़कर 59.65 फीसदी पहुंच गया, जबकि शहरी दूरसंचार घनत्व 133.72 फीसदी से घटकर 133.46 फीसदी रह गया। वायरलेस दूरसंचार घनत्व 83.27 फीसदी से बढ़कर 83.45 फीसदी पहुंच गया है।
हर 100 दूरसंचार सब्सक्राइबर्स को प्रति महीने सात या उससे कम समस्याओं का सामना करना पड़ा।
ग्रामीण व पहाड़ी इलाकों की 75 फीसदी और उससे ज्यादा दूरसंचार संबंधी शिकायतें अगले दिन ही सुलझा ली गईं। वहीं, सात दिन के भीतर 100 फीसदी समस्याओं का निपटान कर दिया गया।
ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों में, दूरंसचार सब्सक्राइबर्स की कॉल सेंटर/कस्टमर केयर तक पहुंच 95 फीसदी से ज्यादा।
90 सेकंड के भीतर दूरसंचार ऑपरेटर ने 95 फीसदी से ज्यादा कॉल (वॉयस टु वॉयस) के जवाब दिए।