मध्यप्रदेश के रीवा जिले की नजूल तहसील से हैरान कर देने वाल मामला सामने आया है. इस नजूल तहसील के निवासी सत्येन्द्रना़थ सान्याल ने कोर्ट से स्वेच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है. बता दें सत्येन्द्रना़थ सान्याल रीवा जिले के नजूल तहसील के रहने वाले हैं. दरअसल रीवा जिले की नजूल तहसील के सुपर स्पेसियलिटी हास्पिटल के सामने वार्ड नं. 17 रीवा के निवासी है. सत्येन्द्रना़थ सान्याल अपनी जीवन भर की मेहनत से तैयार किया गए मकान को बचाने के लिए संघर्ष कर रहें हैं. सत्येन्द्रना़थ सान्याल की उम्र 94 वर्ष है और वे बहुत बीमार रहते हैं. जानकारी के मुताबिक उनका मकान शहर के बीचो-बीच स्थित है. जिस वजह से कुछ सरकारी माफियों की नजर उनके मकान पर है. सत्येन्द्रना़थ सान्याल की 64 वर्ष की बेटी आपने पिता को इन्साफ दिलाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है. सत्येन्द्रना़थ चाह कर भी अपनी मदद नहीं कर पा रहे है, क्योंकि ये इतने जर्जर है कि ये कही आ-जा नहीं सकते है. उनकी बेटी अपने पिता के मकान को उजड़ने से बचाने के लिए तहसील कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, जिला न्यायालय एवं हाईकोर्ट में चक्कर लगा रही है. उनकी बेटी अपने वृद्ध पिता इस उम्र में बेघर (MP Rewa News) होने से बचने की कोशिश कर रहीं हैं. उनकी बेटी का कहना है कि “तहसीलदार ने बिना नोटिस किए मकान गिरा दिया है, ठेकेदार ने रास्ता भी बंद कर दिया है, रास्ता बंद होने की वजह उनके पिता घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, इन्हें कभी भी डॉक्टर या दावाओं की जरूरत पड़ सकती है. सत्येन्द्रना़थ सान्याल अपने साथ हो रहे अन्याय से बहुत परेशान हो गए हैं. सत्येन्द्रना़थ सान्याल का कहना है कि ” यदि आप मेरी मदद करना चाहते हैं तो मुझे न्यायालय से मरने की अनुमति प्रदान करवा दीजिएगा, हम स्वेच्छामृत्यु चाहते है.”
सत्येन्द्रना़थ माकन में रहते हैं अकेले
सत्येन्द्रना़थ सान्याल की उम्र लगभग 94 वर्ष है. साथ ही वे काफी बीमार रहते हैं. सत्येन्द्रना़थ सान्याल सुपर स्पेसियलिटी हास्पिटल के सामने वार्ड नं. 17 में रहते हैं. बुजुर्ग की मात्र एक बेटी है जो उनसे काफी दूर रहती है. सत्येन्द्रना़थ का बीटा जवानी में ही ख़त्म हो चुका है. जिस वजह से वे अब इस घर में अकेले रहते हैं. सत्येन्द्रना़थ सान्याल ने जीवन भर पुलिस विभाग में रहकर तत्कालीन रीवा कलेक्टर श्री लोहानी जी के ड्राइवर का काम किया है. रिटायरमेंट के बाद सत्येन्द्रना़थ सान्याल वे अपने घर में अकेले रहते हैं. जानकरी के अनुसार के मकान पर सरकारी माफियाओं की नज़र पड़ चुकी है, जिसमें बड़े अधिकारी और नेता आदि शामिल है. इन लोगो द्वारा इनके मकान को चारों तरफ से ऐसे ऑक्युपाइज किया जा रहा है. इतना ही नहीं घर को चारो ओर से धीरे-धीरे तोड़ा जा रहा है. इसके कारण सत्येन्द्रना़थ सान्याल अपने ही घर में कैद हो गए हैं. सरकारी माफियाओं द्वारा इनके घर को गिरवाया जा रहा है. जिस वजह से घर के सामने का रास्ता भी बंद होने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.