पाकिस्तान में आतंकवादी पोलियो अभियान के भी दुश्मन बने हुए हैं। इसी वजह से पकिस्तान में पोलियो को अब तक खत्म नहीं किया जा सका है।
शुक्रवार को खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर जिले में पोलिया की खुराक पिलाने गई टीम पर गोलीबारी कर दी गई। इस हमले में एक अधिकारी की मौत हो गई वहीं एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पुलिस ने जानकारी दी कि जिला अस्पताल से वापस आ रहे वाहन पर अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर दी।
पोलियो अभियान के अधिकारी डॉ. अब्दुल रहमान बुरी तरह घायल हो गए। डॉ. रहमान के साथ घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों ने अधिकारी को मृत घोषित कर दिया। बता दें कि बजौर में बीते सप्ताह भी एक बम धमाके में दो लोग घायल हो गए थे।
वहीं जनवरी की शुरुआत में ही एक पोलियो अभियान के काफिले को आतंकियों ने निशाना बनाया था।
हमले में मारे गए थे 6 जवान
उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में 8 जनवरी को आतंकियों ने पोलियो अभियान की टीम पर हमला कर दिया था। इसमें कम से कम 6 जवान मारे गए थे। पाकिस्तानी तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी भी ले ली थी।
बता दें कि पाकिस्तान में एंटी पोलियो अभियान को अकसर आतंकवादी निशाना बनाते हैं। वे इसे इस्लाम के खिलाफ मानते हैं। हमले के बाद पाकिस्तान के उस इलाके में कुछ दिनों के लिए पोलियो अभियान को रोक दिया गया था।
बता दें कि पाकिस्तान में बीते साल पोलियो के 6 नए केस सामने आए हैं। एक तरफ भारत कई साल पहले खुद को पोलियो मुक्त घोषित कर चुका है। वहीं पाकिस्तान अब भी इस गंभीर बीमारी से उबर नहीं पाया है।
क्यों पोलियो टीम के दुश्मन बने हैं आतंकी
पाकिस्तान के कट्टरपंथी मानते हैं कि पोलियो की बूंद लोगों को नपुंसक बना देती है। उनका कहना है कि मुसलमानों की आबादी कम करने के लिए यह बहड़ी साजिश की जा रही है।
2012 से पाकिस्तान में पोलियो अभियान से जुड़े लगभग 109 लोगों की हत्या हो चुकी है।
वहीं वैक्सीन ड्राइव के दौरान 13 लोगों का अपहरण हो चुका है।
अब तक पोलियो अभियान से जुड़े 284 लोगों की जान जा चुकी है जिनमे 166 पुलिसकर्मी और 87 हेल्थवर्कर शामिल हैं।