पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य की जेलों में ड्रग्स बेचे जाने का दावा किया है।
उन्होंने शनिवार को कहा कि अगर उनकी यह बात गलत साबित हुई तो वह राजनीति छोड़ देंगे। सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर इस मामले को लेकर ऐक्शन न लेने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘हाई कोर्ट ने हफ्ते भर में इस मुद्दे पर पॉलिसी बनाने को कहा है। सीएम मान खुद ही जेल मंत्री हैं। आखिर उन्होंने क्या किया? ड्रग टैबलेट्स जेल के अंदर बेचे जा रहे हैं। अगर मैं झूठा साबित हुआ तो पॉलिटिक्स नहीं करूंगा।’
नवजोत सिंह सिद्धू 10 महीने जेल में बिताकर लौटे हैं। दरअसल, 1988 के रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी।
मालूम हो कि इस घटना में पटियाला के रहने वाले गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। कारावास के दौरान सिद्धू के अच्छे आचरण को देखते हुए उन्हें जेल की अवधि समाप्त होने से पहले ही रिहा कर दिया गया।
जेलों के अंदर नशीली दवाओं की बिक्री को लेकर सिद्धू ने ऐसे समय में आरोप लगाए हैं जब पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले पर अहम निर्देश दिया है।
अदालत ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को दोनों राज्यों में नशीली दवाओं की लत से पीड़ित लोगों पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
..इसीलिए केंद्र ने 8 हजार करोड़ रोके, क्या बोले सिद्धू
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब में बढ़ते कर्ज और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी मान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार निर्धारित उद्देश्यों के लिए केंद्रीय धन का इस्तेमाल नहीं कर रही है।
इसी वजह से केंद्र ने पंजाब के लिए 8,000 करोड़ रुपये का धन रोक दिया है। सिद्धू ने कहा कि राज्य सरकार के पास केंद्रीय योजना में अपना 40% हिस्सा देने के लिए भी धन नहीं बचा है। ये चीजें राज्य की खराब आर्थिक स्थिति को बयां करती हैं।