तेहरान । ईरान और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ने की आंशका के बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हिजबुल्लाह जिस तरह की नीति पर चल रहा है, वहां लेबनान को गाजा जैसी स्थिति में पहुंचा सकता है। हाल में हुए घटनाक्रम से ये क्षेत्र कभी ना खत्म होने वाले युद्ध की ओर जा रहा है। एक रिपोर्ट में पूर्व खुफिया अधिकारियों के हवाले से कहा है कि इजरायल लेबनान में हिजबुल्लाह पर हमले की तैयारी में है, इस वह ईरान का कठपुतली संगठन मानता है। ऐसा होने पर लेबनान में भारी तबाही हो सकती है और कुछ इसी तरह की सूरत बन सकती है जैसी बीते साल अक्टूबर के बाद गाजा पट्टी में बनी है। गाजा में 10 महीने से लड़ाई चल रही है। इजरायल के हमलों में बड़ी संख्या में फिलिस्तिनी मारे गए हैं और अभी भी इस संघर्ष के खत्म होने का रास्ता बनता नहीं दिख रहा है।
रिपोर्ट कहती है कि ईरान समर्थित संगठनों, गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हूतियों की इजरायल के खिलाफ आक्रामकता ने एक खतरनाक स्थिति पैदा कर दी है। हाल के समय में हमास के बड़े नेता इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह के सीनियर करमांडर शुकर की हत्या के बाद युद्ध का एक नया खतरा मंडरा रहा है। पूर्व इजरायली खुफिया अधिकारी और सुरक्षा विश्लेषक एवी मेलमेड ने कहा कि लंबे समय से पश्चिम एशिया किसी ना किसी तरह से युद्ध देख रही है और ऐसा नहीं लगता कि बहुत जल्दी ये स्थिति बदल जाएगी। हमास अगर कमजोर होगा, तब हिजबुल्लाह लड़ाई में उतरेगा।
विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि लेबनान को गाजा जैसे हालात का सामना करना पड़ सकता है। बकिंघम विश्वविद्यालय के सुरक्षा विशेषज्ञ प्रोफेसर एंथनी ग्लीस का मानना है कि इजरायल की लेबनान में कार्रवाई वहां गाजा जैसी स्थिति पैदा कर सकती है। ब्रिटिश सेना के रिटायर कमांडर कर्नल रिचर्ड केम्प कहते हैं कि इजरायल पर कभी भी ईरान और हिजबुल्लाह का हमला हो सकता है। इन हमले में अगर इजरायल में बड़ा नुकसान हुआ, तब फिर इजरायल, ईरान और हिजबुल्लाह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करेगा। प्रोफेसर ग्लीज कहते हैं कि इजरायल ने हमास को हराने के प्रयास में गाजा में कहर बरपाया है। अगर हिजबुल्लाह की ओर से हमला हुआ तब लेबनान का भी वहीं हश्र हो सकता है जो फिलिस्तीनी क्षेत्र का हुआ है।