लैटिन अमेरिकी देश पराग्वे के एक सरकारी अधिकारी को भगोड़े नित्यानंद से समझौता करना महंगा पड़ गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, नित्यानंद के फर्जी देश कैलासा के समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया।
बताया जा रहा है कि इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ाया जा रहा है।
यह शायद पहली बार है कि फर्जी देश संयुक्त राज्य कैलासा के स्वघोषित प्रतिनिधियों ने अंतरराष्ट्रीय नेताओं को धोखा दिया है। बता दें, स्वयंभू गुरु नित्यानंद यौन उत्पीड़न सहित कई आरोपों में भारत में वांछित है।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का खुलासा होने पर अर्नाल्डो चमोरो ने बुधवार को पराग्वे के कृषि मंत्रालय के स्टाफ प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया।
समझौते की एक प्रति के अनुसार, 16 अक्तूबर की उद्घोषणा में संयुक्त राज्य कैलासा के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने पर विचार करने और संयुक्त राष्ट्र सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों में इसके प्रशासन का संप्रभु एवं स्वतंत्र देश के रूप में समर्थन करने के लिए पराग्वे सरकार को सिफारिश की गई।
आपको बता दें, संयुक्त राज्य कैलासा के प्रतिनिधियों ने फरवरी में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र समिति की दो बैठकों में भाग लिया था और अमेरिका व कनाडा के अधिकारियों से मुलाकात की थी।