पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से चुनाव में किसानों को लेकर किए वादों को लेकर सवाल पूछा है? पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने छह महीने बीत चुके हैं और अब तो केंद्र में नई सरकार का गठन भी हो चुका है तथा आचार संहिता भी समाप्त हो चुकी है। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने अब तक किसानों से किया अपना कोई वादा नहीं निभाया है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि प्रदेश में किसानों को गेहूं का एमएसपी 2700 रुपया प्रति क्विंटल और धान का एमएसपी 3100 रुपया प्रति क्विंटल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और नवनियुक्त केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूं कि अब वह कौन सी वजह है जिस कारण भाजपा मध्य प्रदेश के किसानों से किया अपना वादा नहीं निभा रही है। पूर्व सीएम ने कहा कि जब चुनाव में भाजपा यह वादा कर रही थी तो शिवराज जी खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। जो वादा उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए किया है, उसे निभाने में कृषि मंत्री के रूप में वर्तमान मुख्यमंत्री की सहायता करना उनका कर्तव्य है। चुनाव के समय गारंटी की माला जपने वाले अब गारंटी से पीछे क्यों हट रहे हैं? नाथ ने कहा कि वैसे मध्य प्रदेश की जनता अब धीरे-धीरे समझ चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी के खाने के दांत और, दिखाने के दांत और हैं। चुनाव से पहले जो भाजपा किसानों से बड़े-बड़े वादे करती है, चुनाव के बाद उन वादों से पीठ फेर लेना उसकी फितरत है।