झारखंड के धनबाद में डेढ़ लाख बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम झारखंड बिजली वितरण निगम ने शुरू कर दिया है।
बिजली विभाग का यह स्मार्ट मीटर एक साथ कई काम करेगा। गड़बड़ बिजली बिल से जहां उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, वहीं, विभाग को बिना बताए अत्यधिक बिजली लोड लेने पर स्वयं डिस्कनेक्ट हो जाएगा।
विभाग के अधीक्षण अभियंता एसके कश्यप ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह स्मार्ट मी मोबाइल से कनेक्ट रहेगा जिससे उपभोक्ता रिचार्ज कर सकेंगे। जितना रिचार्ज करेंगे उतना बिजली उन्हें मिल पाएगी।
3 बार चेतावनी के बाद डिस्कनेक्ट हो जाएगी बिजली
स्मार्ट मीटर में ऐसा यंत्र स्थापित किया गया है कि यदि उपभोक्ता विभाग को बिना बताए बिजली का लोड बढ़ाते हैं, तो तीन बार यह स्मार्ट मीटर चेतावनी देगा।
चौथी बार बिना बिजली विभाग को बताएं लोड बढ़ाया गया तो यह डिस्कनेक्ट हो जाएगा। अर्थात यदि उपभोक्ता एयर कंडीशन समेत अन्य भारी यंत्र लग रहे हैं, तो इसकी जानकारी बिजली विभाग को जरूर दें। पहले जानकारी देने पर क्षमता बढ़ा दी जाएगी।
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अभी देखा जा रहा है लोग 1 किलोवाट क्षमता लेकर तीन से चार किलोवाट तक उपभोग कर रहे हैं। जिससे फीडर से लेकर ट्रांसफार्मर तक दबाव बन रहा है। इसके वजह से लोकल फाल्ट हो रहे हैं और बिजली की समस्या बन रही है।
स्मार्ट मीटर से होंगे ये फायदे
लोकल फाल्ट में कमी आएगी
बिजली बिल की मिलेगी सटीक जानकारी
बिजली बिल को मैनेज करना होगा आसान
ऐप की मदद से मीटर की वर्तमान स्थिति एवं वर्तमान लोड की जानकारी ली जा सकेगी।
वर्तमान बिल की जानकारी एवं पिछले महीनों की बिल की जानकारी भी मिलेगी।
मैनुअल मीटर रीडिंग की आवश्यकता नहीं रह जाएगी।
बिजली चोरी करना बिल्कुल संभव नहीं होगा
अचानक से बिजली लोड नहीं बढ़ाया जा सकता