मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने चुनाव परिणामों को लेकर फिर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाए हैं। उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने ईवीएम को धोखा और फ्रॉड करार देकर कहा कि अगर ईवीएम नहीं होती, तब बीजेपी को देशभर में 25 सीटें भी नहीं मिलतीं। उन्होंने दावा किया कि वे पिछले 10 वर्षों से ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं और जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भी बीजेपी ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए थे।
राउत ने कहा, देश में ईवीएम एक धोखा है और अगर ईवीएम नहीं होती, तब बीजेपी को 25 सीटें भी नहीं मिलतीं। महाराष्ट्र और हरियाणा के परिणाम हम स्वीकार नहीं करते, हम बैलट पेपर पर चुनाव करने की मांग करते हैं।
उन्होंने कहा कि संसद में जब भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने पर नेता प्रतिपक्ष का माइक बंद होता है, तब न्याय की उम्मीद कहां से की जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट हमें न्याय नहीं दे रहा है, तब संसद से हमें क्या उम्मीद होगी? राउत ने सवाल उठाया।
वहीं उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ईवीएम को लेकर बीजेपी पर निशाना साधकर कहा कि महाराष्ट्र में 288 सीटों में से 95 सीटों पर पोल और काउंटिंग के आंकड़ों में असमानता मिली है। उन्होंने बताया कि 76 सीटों पर वोट पोल और गिनती में अंतर था, जबकि 19 सीटों पर ज्यादा गिनती मिली थी। इस पर प्रियंका ने सवाल उठाया कि क्या ईवीएम चुनाव परिणामों को प्रभावित कर रही है। प्रियंका ने आरोप लगाया कि बीजेपी पावर हंग्री है और सीएम पद के लिए निर्णय में देरी हो रही है। यह जनादेश का अपमान है। अगर फडणवीस का नाम तय हो गया है, तब इस पर जल्दी से घोषणा की जानी चाहिए।