मध्य प्रदेश के अमरवाड़ा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहली परीक्षा होने जा रही है। दस जुलाई को इस विधानसभा सीट पर मतदान होगा। 13 जुलाई को नतीजे आएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रभाव वाली इस सीट पर कांग्रेस पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में हैं। चुनाव प्रचार सोमवार शाम को थम चुका है। उम्मीदवारों का पूरा जोर घर-घर जाकर संपर्क करने पर है। पूर्व विधायक कमलेश शाह इस बार कांग्रेस के बजाय भाजपा के चुनाव चिह्न पर वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस ने उनके सामने धीरेन शाह को उम्मीदवार बनाया है।2023 के विधानसभा चुनावों में अमरवाड़ा समेत छिंदवाड़ा की सभी आठ सीटों पर कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में विजयी परचम फहराया था। लोकसभा चुनावों से पहले उनके समर्थक माने जाने वाले विधायक कमलेश शाह ने झटका दिया और भाजपा में शामिल हो गए। उनके इस्तीफे से यह सीट खाली हुई है।
इस पर ही उपचुनाव कराया जा रहा है। सोमवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया है। बाहरी लोगों को विधानसभा क्षेत्र से बाहर करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। इससे करीब एक माह से जारी चुनावी शोरगुल थम गया है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राजनैतिक पार्टियों ने जमकर ताकत झोंकी। प्रशासनिक अफसर चुनावी तैयारियों में लगे रहे। प्रेक्षक डॉक्टर एम मुथुकुमार और कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के साथ ही रिटर्निंग ऑफिसर हेमकरण धुर्वे की उपस्थिति में मतदान दलों और माइक्रो ऑब्जर्वर के लिए अंतिम रेण्डमाईजेशन किया गया। मतदान केंद्रों के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप प्लान के तहत जागरूकता अभियान भी चलाया गया। चुनाव प्रचार थमते ही प्रशासनिक और पुलिस बल ने गश्ती अभियान तेज कर दिया है। कलेक्टर सिंह ने बताया कि अमरवाड़ा विधानसभा में 332 मतदान केंद्रों में मतदान कराने के लिए रिजर्व सहित कुल 365 मतदान दलों का गठन किया है। 62 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। 332 मतदान केंद्रों में से 11 पिंक बूथ बनाए गए हैं।