जबलपुर.सावन के महीने में यदि आप शिवजी का भोग बना रहे हैं. इन चीजों का इस्तेमाल न करें. क्योंकि, सावन के महीने में शिवजी की पूजा और भोग का विशेष महत्व होता है. इस दौरान शिवभक्त पूजा करते हैं. भगवान शिव को उनकी प्रिय चीजों का भोग बनाकर लगाते हैं. वहीं, आचार्य और पंडितो की माने तो, शिव के भोग को विधिपूर्वक और सही तरीके से ही बनाना चाहिए. यदि आप भोग बनाने के दौरान इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं. इससे भगवान शिव प्रसन्न होंगे.
शिव जी के भोग में लहसुन और प्याज का उपयोग नहीं करना चाहिए. भोग में केवल सात्विक और शुद्ध सामग्री का उपयोग होना चाहिए. शिव जी के भोग में मांस-मछली और अंडा जैसे मांसाहारी पदार्थ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. भोग पूरी तरह से शाकाहारी होना चाहिए. शिव जी के भोग में नमक का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. क्योंकि बिना नमक का भोग ही शिव जी को अर्पित होता है.
भगवान शिव को खीर करें अर्पित
जिसमें खीर, हलवा और मिठाई शामिल होती है. भगवान शिव को नशीले पदार्थों का सेवन भी भोग के रूप में नहीं करना चाहिए. यह न केवल अनैतिक है. बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी अशुद्ध माना गया है. भोग में हमेशा ताजा और शुद्ध सामग्रियों का इस्तेमाल करना चाहिए. किसी भी प्रकार का वासी भोजन शिवजी को अर्पित नहीं करना चाहिए. भोग बनाने के दौरान रिफाइंड तेल, न ही वनस्पति तेल और न ही डालडा का इस्तेमाल करना चाहिए. भोग शुद्ध देसी घी या तिल के तेल का उपयोग करना चाहिए. भगवान शिव को किसी भी प्रकार का खाद्य पदार्थ जैसे इडली, डोसा या खमीर युक्त भोजन भोग के रूप में नहीं चढ़ाना चाहिए. शिवजी के भोग में मसालेदार और तीखा भोजन भी नहीं चढ़ाना चाहिए. भोग सदैव सादा होना चाहिए. इसमें फास्ट फूड या जंक फूड का इस्तेमाल बिलकुल ही नहीं करना चाहिए.