12 अगस्त से होगा एड्स सघन जागरूकता अभियान शुरू
भोपाल । स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा एवं अभियानों की रूपरेखा आज कलेक्टर कार्यालय सभागृह में जिला स्वास्थ्य समिति बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। कलेक्टर भोपाल कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में एचआईवी एड्स सघन जागरूकता अभियान, क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, दस्तक अभियान सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भोपाल ऋतुराज , अपर आयुक्त नगर निगम भोपाल टीना यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी सहित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं एवं कार्यक्रमों से संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में 12 अगस्त से प्रारम्भ किए जा रहे एचआईवी एड्स और एस टी आई सघन जागरूकता अभियान के बारे में जानकारी दी गई। 2 माह तक निरंतर चलने वाले इस अभियान के तहत विभिन्न सूचना, शिक्षा, संचार गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता गतिविधियां की जाएंगी। इस अभियान के लिए कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि शैक्षणिक संस्थाओं में छात्र छात्राओं को जानकारी दी जाए। रेड रिबन क्लब, एन एस एस, एनसीसी, नेहरू युवा केंद्र सहित विभिन्न गैर सरकारी संगठनों का सहयोग लेकर इन बीमारियों के कारणों, बचाव के उपाय, जांच केंद्रों और भेदभाव की रोकथाम की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाए।
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम समीक्षा
बैठक में डिस्ट्रिक्ट टीबी फोरम द्वारा क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए की मरीज द्वारा निर्धारित अवधि तक दवा का कोर्स पूरा किया जाए। वयस्क बीसीजी टीकाकरण कार्यक्रम के तहत सभी 6 श्रेणी के लोग टीका लगवाएं। बैठक कलेक्टर द्वारा टीबी चैंपियन से बात कर सेवाओं का फीडबैक लिया गया। टीबी का इलाज पूरा कर स्वस्थ हो चुके इन लोगों ने बताया कि शासन द्वारा उन्हें गुणवत्तापूर्ण एवं नि:शुल्क इलाज दिया गया है।
कुपोषण को दूर करने की जाए जियोग्राफिक मैपिंग
बैठक में 27 अगस्त तक संचालित दस्तक अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि 5 साल तक के बच्चों को स्वास्थ्य और पोषण संबंधी सभी सेवाओं से लाभान्वित किया जाए। कुपोषण को दूर करने के लिए महिला बाल विकास विभाग द्वारा हॉट स्पॉट चिह्नित कर स्वास्थ्य विभाग के साथ संयुक्त रणनीति बनाकर कार्य किया जाए। कम वजन एवं एनीमिक बच्चों क स्वास्थ्य संस्थाओं एवं पोषण केंद्रों में रेफर कर उपचार सुनिश्चित किया जाए।
सोनोग्राफी निशुल्क करवाने की सुविधा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सचिव जिला स्वास्थ्य समिति डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि बैठक में शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, असंचारी रोग, मलेरिया, एस एनसीयू राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम पर चर्चा कर अंतर्विभागीय सहयोग एवं समन्वय पर चर्चा की गई। सिविल हॉस्पिटल डॉ. कैलाशनाथ काटजू में प्रसव सेवाओं के साथ साथ महिलाओं की अन्य बीमारियों के उपचार की सुविधाओं को भी जोड़ा जा रहा है। ई-रूपी वाउचर के माध्यम से चिह्नित निजी संस्थाओं में भी सोनोग्राफी निशुल्क करवाने की सुविधा प्रारम्भ की गई है।