कनाडा के ओंटारियों में हिंदू और सिखों ने केंटुकी फ्राइड चिकन (KFC) के केवल हलाल चिकन परोसने के फैसले का विरोध किया है। हिंदुओं और सिखों ने इस फैसले के खिलाफ KFC को नोटिस भेजा है। ये विवाद तब शुरू हुआ जब कंपनी ने सिर्फ हलाल चिकन परोसने की बात कही। दरअसल ओंटारियो में कनाडा की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है। माना गया कि मुस्लिम ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनी ने ये फैसला लिया लेकिन इस निर्णय के कारण केएफसी विवाद के केंद्र में आ गया। कई हिंदू और सिख संगठन इसका विरोध करते हुए इसे समावेशी के बजाय 'बहिष्करणीय' कदम कह रहे हैं।
हिंदू फोरम कनाडा ने अपनी कानूनी फर्म के जरिए नोटिस भेजकर केएफसी के फैसले को कानून की भावना और समावेश के सिद्धांतों के खिलाफ होने का हवाला देते हुए निर्णय पलटने को कहा है। संगठन ने कहा है कि वे हलाल मांस परोसे जाने के विरोध में नहीं हैं लेकिन रेस्तरां को उन धर्मों से संबंधित लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए गैर-हलाल मांस भी परोसना चाहिए जो हलाल नहीं खाते हैं।
KFC के अचानक बदलाव पर सवाल
हिंदू फोरम कनाडा ने अपने नोटिस में कहा है कि बीते 71 वर्षों से KFC ने ओंटारियो में अपने रेस्तरां में केवल हलाल चिकन परोसे जाने की बात कभी नहीं कही। कंपनी ने अचानक बदलाव किया है, जो कानून की भावना और समावेशिता के सिद्धांत के ही खिलाफ नहीं है, बल्कि उनके स्वयं के कॉर्पोरेट ब्रांड के भी अनुरूप नहीं है। हिंदू फोरम कनाडा के राहुल येंदामुरी ने कहा कि केवल हलाल परोसने का KFC का यह निर्णय उस दर्द को बढ़ा रहा है जिसका सामना दुनिया धर्म और विभाजन के प्रति कर रही है।