भोपाल : उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा है कि रीवा में अधोसंरचना के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी रीवा में उत्कृष्ट व्यवस्थाएँ की जायेंगी। उन्होंने कहा कि रीवा में सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल, मेडिकल कालेज तथा जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर की जा रही हैं। रीवा को स्वास्थ्य सुविधाओं का हब बनाया जाएगा। शासकीय क्षेत्र और निजी क्षेत्र के अस्पताल मिलकर उत्कृष्ट और उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का प्रदाय करेंगे। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम रीवा में तीन दिवसीय नि:शुल्क सुपर स्पेशलिटी जाँच एवं उपचार शिविर का शुभारंभ किया। शिविर का आयोजन जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और अरविंदो अस्पताल इंदौर ने संयुक्त रूप से किया।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रोग के उपचार से बेहतर है कि समय पर जाँच कराकर हम बीमार होने से बचें। रीवा में फरवरी माह में संभाग के एक लाख व्यक्तियों की कैंसर संबंधी जाँच की गई। इनमें 40 रोगी चिन्हित हुए उन्हें समुचित उपचार दिया गया। मार्च माह में लगभग 50 हजार व्यक्तियों की स्वास्थ्य की नि:शुल्क जाँच की गई जिनमें बड़ी संख्या में विटामिन डी की कमी तथा खून की कमी के रोगी चिन्हित कर उन्हें उपचार दिया गया है। उन्होंने कहा कि रीवा में तीसरा शिविर अरविंदो अस्पताल के सहयोग से लगाया जा रहा है। इससे गंभीर रोगों से ग्रस्त मरीजों को नि:शुल्क जाँच और उपचार की सुविधा मिलेगी। अरविंदो अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों के मार्गदर्शन का लाभ मेडिकल कालेज और सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों को भी मिलेगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने निर्देश दिये कि अरविंदो अस्पताल के संचालक डॉ विनोद भण्डारी के स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के सुझाव पर मेडिकल कालेज के डीन आवश्यक प्रस्ताव बनायें।
अरविंदो अस्पताल के संचालक डॉ विनोद भण्डारी ने बताया कि शिविर में चिन्हित गंभीर रोगियों को अरविंदो हास्पिटल द्वारा नि:शुल्क उपचार की सुविधा दी जायेगी। रीवा में स्तन कैंसर की जाँच के लिए सेंटर बनाने, गर्भस्थ शिशु की जाँच, उपचार तथा फीडल सर्जरी के लिए अरविंदों अस्पताल प्रशिक्षण तथा सहयोग देगा। उन्होंने बताया कि रीवा आयोजित शिविर में हमारे अस्पताल के डॉक्टरों सहित 156 व्यक्ति अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विधायक गुढ़ नागेन्द्र सिंह, विधायक मनगवां नरेन्द्र प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, आईजी एमएस सिकरवार, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
प्रथम दिवस 2897 मरीजों की हुई जाँच
शिविर के प्रथम दिवस 2897 मरीजों की जाँच की गई जिसमें ऑप्थल के 394, गायनी के 278, हड्डी रोग से संबंधित 747, ब्रोस्ट कैंसर के 128, सर्वाइकल कैंसर के 135, ऑन्कोलॉजी एवं आन्को कार्डियो के 135, सर्जरी के 287, चर्म रोग के 352, गैस्ट्रो के 168, न्यूरोलॉजी के 97, मस्तिष्क रोग के 210, पीडियाट्रिक्स के 198, दंत रोग के 152, दंत रोग आरव्हीजी के 6, पीडियाट्रिक कार्डियो के 68, पीडियाट्रिक इको के 92, यूएसजी के 136 जिनमें 71 पुरूष तथा 65 महिलाएं, मैम्मो की 48, पेप सीमियर के 74, बायप्सी 2, ऑडियोमेट्री के 68, एनबीएस के 3, ईसीजी के 180 जिनमे 94 पुरूष व 86 महिलाएं शामिल हैं, इको के 64 तथा नाक, कान, गला रोग से संबंधित 126 मरीजों का पंजीयन कर उनकी जाँच की गई।