DELHI-NCR में एक बार फिर डेंगू का खतरा बढ़ गया है। मॉनसून के मौसम में मच्छर जनित बीमारी के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एक डेंगू मरीज की मौत हो गई। अब तक दिल्ली में डेंगू से दो मौत हो चुकी हैं। रविवार को लोक नायक अस्पताल में डेंगू से पहली मौत दर्ज की गई थी।
लोक नायक और सफदरजंग अस्पताल में डेंगू से दो मौतें
लोक नायक अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह अस्पताल में डेंगू के कारण 54 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर इलाके के रहने वाले इस व्यक्ति को 27 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार आठ सितंबर को उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके अगले ही दिन यानी सोमवार को सफदरजंग अस्पताल में डेंगू के दूसरे मरीज की मौत हो गई।
दिल्ली में डेंगू के 650 से अधिक मामले
MCD के अधिकारियों के अनुसार इस साल राजधानी दिल्ली में डेंगू के 650 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं बारिश के बाद दिल्ली में एक बार फिर से डेंगू के मामलों में इजाफा होना शुरू हो गया है। पिछले साल यानी 2023 में दिल्ली में डेंगू के 9,266 मामले सामने आए थे और 19 मौतें दर्ज की गई थीं। गौरतलब है कि पिछले साल जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले नगर निगम ने डेंगू के मामलों और मौतों पर साप्ताहिक रिपोर्ट जारी करना बंद कर दिया था।
डेंगू के बढ़ते मामलों पर ध्यान देने की अपील
दिल्ली BJP के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर और MCD में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली में डेंगू से मौत की खबर सुनकर दिल्लीवाले बेचैन हो गए हैं। उन्होंने कहा, हम दिल्ली में लगातार डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप की ओर मेयर का ध्यान आकर्षित कर इसकी रोकथाम के अभियान में तेजी लाने की मांग करते रहे हैं, लेकिन मेयर इस ओर ध्यान नहीं दे रही हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर मेयर से इस्तीफे की मांग की है। BJP प्रवक्ता ने कहा कि बड़े ही खेद की बात है कि बढ़ती बारिश, जलजमाव और गंदगी के बावजूद मेयर ने मच्छर रोधी अभियान पर बिल्कुल ध्यान नही दिया। सिर्फ ब्यानबाज़ी की और इस कारण दिल्ली की स्थिति पूरी तरह बिगड़ गई है। डेंगू, मलेरिया दिल्ली में पैर पसार रहे हैं। शुक्रवार को लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में डेंगू से इस साल पहली मौत हुई। इसने दिल्लीवालों को बेचैन कर दिया है। इस मौत के लिए MCD जिम्मेदार है। मेयर आगे आएं और इस मौत की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें।