देहरादून, 01 अगस्त। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा, पूर्व अध्यक्ष सफाई कर्मचारी आयोग उत्तराखंड सरकार एवं पूर्व निदेशक एनएचपीसी ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार भगवत प्रसाद मकवाना ने आज राजधानी देहरादून मे मीडिया कर्मियों से वार्ता करते हुये कहा की कांग्रेस तीसरी बार लगातार लोकसभा चुनाव हारने के बाद बौखलाहट की स्थिति में है वह देश में जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का प्राय बन चुकी है। मकवाना ने कहा कि कांग्रेस ने देश में 60 साल के अपने शासन में जातियों में समाज को बांट कर ही राज किया अब राहुल गांधी दोबारा देश में जातिवाद को बढ़ावा देने की राजनीति कर रहे हैं। उनकी दादी स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी ने नारा दिया था जात पर ना पात पर मोहर लगेगी हाथ पर, अब राहुल गांधी रोजाना जाति की ही बात कर रहे हैं वह अपने आप को अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ी जातियों का हितेषी बनने का ढोंग कर रहे हैं। कांग्रेस शासन काल में इन वर्गों की घोर उपेक्षा हुई, संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को कोई सम्मान नहीं दिया गया उनसे जुड़े किसी भी स्थल को स्मारक या भव्य स्वरूप नहीं दिया गया, देश के पहले कांग्रेसी प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू सभी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरक्षण व्यवस्था के विरुद्ध अपनी इच्छा व्यक्त की। स्वर्गीय राजीव गांधी तत्कालीन प्रधानमंत्री भी अनुसूचित जाति के पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ बयान दिया, वर्षों तक मंडल कमीशन की रिपोर्ट इंदिरा गांधी जी और कांग्रेस सरकार द्वारा ठंडे बस्ते में डाली गई, यह भी देश की जनता जानती है। स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए देश में लोकतंत्र की हत्या इमरजेंसी लगाकर की, देश के विपक्षी नेताओं एवं कांग्रेस सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल में डालने का काम किया मीडिया पर सेंसरशिप लागू किया राहुल गांधी स्पष्ट करें तब लोकतंत्र खतरे में नहीं था तथा संविधान खतरे में नहीं था अगर कांग्रेस सरकार ने अपने 60 साल के शासन में ईमानदारी से अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण को लागू किया होता तो देश के अनुसूचित समाज की स्थिति में और अधिक सुधार हुआ होता। कांग्रेस का गरीबी हटाने का नारा भी झूठा सिद्ध हुआ आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सरकार के पिछले 10 वर्षों में 25 करोड लोग गरीबों की रेखा से ऊपर उठ पाए हैं, मोदी जी और भाजपा ने ही संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी से जुड़े स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया है, सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2018 में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के आदेश के बाद मोदी सरकार ने ही एससी एसटी एक्ट को मूल रूप में सशक्त तरीके से संविधान संशोधन बिल पास करके पुन :लागू कर देश के करोड़ों दलितों को न्याय देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया, मोदी जी की अनेकों योजनाएं अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ी जाति एवं सभी वर्गों के कल्याण के लिए पिछले 10 वर्षों से देश में संचालित है जिसका सभी वर्ग लाभ उठा रहे हैं। 2013-14 में कांग्रेस शासन काल के अंतर्गत अनुसूचित जाति जनजाति का बजट लगभग 30000 करोड़ था जिसको मोदी सरकार ने 2024 के बजट में बढ़ोतरी करके लगभग 125 करोड़ कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व अध्यक्ष सफाई कर्मचारी आयोग उत्तराखंड ने कहां कि अगर कांग्रेस के लोग देश के प्रधानमंत्री की जाति को लेकर अनेकों सवाल उठा सकते हैं तो राहुल गांधी की जाति बताने में राहुल गांधी और कांग्रेस को इतनी परेशानी क्यों हो रही है। मकवाना ने कहा कि मेरी जाति वाल्मीकि है, धर्म हिंदू है जिसके लिए मुझे गर्व है। प्रत्येक व्यक्ति की अपनी जाति और धर्म होता है। कांग्रेस मोदी जी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से परेशान है वह 2024 के लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़े वर्ग को आरक्षण लोकतंत्र एवं संविधान के नाम पर गुमराह करने का काम कर चुकी है जबकि स्वयं कांग्रेस मनमोहन सिंह सरकार में रघुनाथ मिश्र कमीशन की रिपोर्ट को लागू कर अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण को धर्मांतरित इसाई और मुस्लिम में बांटने का प्रयास कर चुकी है किंतु भाजपा और संघ परिवार के विरोध के कारण इसको लागू नहीं कर पाए। कर्नाटक में पिछड़ी जातियों के आरक्षण में मुस्लिम जातियों को सम्मिलित करके कांग्रेस ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं,किंतु अपने 60 साल का हिसाब इन वर्गों के कल्याण का देने में अभी तक विफल रही है। कांग्रेस ने 60 साल के शासन में देश के दलित और पिछड़ों को धोखा देने का काम किया तथा देश में धर्म के नाम पर भी तुष्टिकरण करने का कार्य किया इन वर्गों के विकास की चिंता नहीं की। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के शासनकाल में सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास सबका विश्वास के तहत देश और समाज निरंतर आगे बढ़ रहे हैं पूरी दुनिया में देश का गौरव बढ़ाने का काम मोदी जी ने किया है किंतु कांग्रेस के युवराज विदेश में जाकर भारत की छवि धूमिल करने का कार्य करते रहे हैं। वर्तमान संसद सत्र में देश को सातवीं बार शानदार बजट प्रस्तुत करने वाली वित्त मंत्री भारत सरकार श्रीमती निर्मला सीतारमण ने शानदार बजट प्रस्तुत किया। बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष के रूप में संसद में चर्चा के दौरान कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए बल्कि वह बार-बार जाति जनगणना और समाज को बांटने की ओछी राजनीति करने का कार्य करते रहे। देश की जनता यह सब देख रही है तथा आने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी। लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 100 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाई, लेकिन इतना अहंकार प्रदर्शित कर रही है कि जैसे राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार गठित हो गई हो। राहुल गांधी और कांग्रेस की स्थिति खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी बनकर रह गई है। देश की 140 करोड़ जनता का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन एनडीए के साथ है।