भोपाल । छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र 14 जून से जमा होंगे। कांग्रेस ने प्रत्याशी का चयन करने के लिए दो प्रभारियों को भेजा है तो अलग से सर्वे भी कराया जा रहा है। इनकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को सौंपी जाएगी। इसके आधार पर प्रदेश कांग्रेस द्वारा केंद्रीय संगठन को नाम प्रस्तावित किए जाएंगे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अभी तक मिले संकेत के अनुसार आदिवासी नेता चंपालाल कुर्च या नवीन मरकाम को मौका किया जा सकता है।
गौरतलब है की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस को मिली हार के बाद अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव रोचक हो गया है। इस सीट को जीतने के लिए भाजपा पूरा दम लगाएगी, वहीं कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिश करेगी। ऐसे में इस सीट पर घमासान देखने को मिलेगा। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि भाजपा ने छिंदवाड़ा में जो षड्यंत्र किया और कमलेश शाह ने जो धोखाधड़ी की, उसका जनता जवाब देगी। उपचुनाव में सरकार पुलिस, प्रशासन और पैसे का दुरुपयोग करेगी पर कांग्रेस पूरी ताकत से मुकाबला करेगी। इसकी तैयारियां कर ली गई हैं और पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे और पूर्व विधायक सुनील जायसवाल को प्रभारी बनाकर भेजा हैं, जो पूरे समय वहीं रहेंगे। प्रत्याशी चयन का काम भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। नकुलनाथ ने पिछले सप्ताह छिंदवाड़ा में एक बयान देकर कहा था कि उनका अगला लक्ष्य अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव है। अमरवाड़ा चुनाव में जब हम जीतेंगे तब में समझेंगा कि छिंदवाड़ा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपना फर्ज अदा कर दिया है। नकुलनाथ ने यह भी कहा था कि वे बोरिया बिस्तर छोडकऱ कहीं नहीं जाने वाले। वे दिल्ली जाएंगे, लेकिन दोबारा लौट कर आएंगे।
कांग्रेस की प्रतिष्ठा का सवाल बनी सीट
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। कांग्रेस इस सीट का जीतकर अपनी धाक बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेगी। भाजपा की ओर से पूर्व विधायक कमलेश शाह का नाम लगभग तय है। वहीं कांग्रेस आदिवासी नेता चंपालाल कुर्च या नवीन मरकाम को मौका दे सकती है। कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी 65 साल के चंपालाल अमरवाड़ा ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और लगातार दो बार से जिला पंचायत सदस्य हैं। वहीं 32 साल के युवा नवीन मरकाम भी जिला पंचायत सदस्य हैं और इलाके में काफी सक्रिय हैं। उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अमरवाड़ा में प्रत्याशी चयन का जिम्मा पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे और पूर्व विधायक सुनील जैसवाल को सौंपा है। हालांकि बताया जा रहा है कि प्रत्याशी चयन पर अंतिम मुहर पूर्व सीएम कमलनाथ ही लगाएंगे।
कई और नाम भी चर्चा में
अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर हो रहे उपुचनाव में कांग्रेस की ओर से कई दावेदार हैं। कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग आदिवासी आस्था के केंद्र हर्रई के आंचल कुंड धाम के संत गणेश महाराज को अमरवाड़ा से चुनाव लड़ाने के पक्ष में हैं, कांग्रेस ने उनसे संपर्क भी किया था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्होंने चुनाव राजनीति से दूर रहने की बात कहकर कांग्रेस के आग्रह को टाल दिया है। कांग्रेस में टिकट को लेकर देवीराम उर्फ देव रावण भलावी का नाम भी चर्चाओं में हैं, जो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से 2023 विस चुनाव में अमरवाड़ा से और 2024 में छिंदवाड़ा लोकसभा से चुनाव लडकऱ तीसरे स्थान पर रहे थे। देवीराम का जुड़ाव जय आदिवासी संगठन (जयस) से है। इनके अलावा रिटायर्ड डीएसपी रामनाथ परतेती और कमलेश शाह की बहन कोमल शाह ने भी चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है। इसके लिए दोनों ने कांग्रेस के बड़े नेताओं से अपने टिकट की दावेदारी की है। देव रावण ने बताया कि कांग्रेस पिछले दो दिन से लगातार उन्हें एप्रोच कर रही है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के कुछ नेताओं ने फोन कर मिलने के लिए कांग्रेस दफ्तर बुलाया भाा देव रावण कहते हैं कि मैं चुनाव जरूर लडंगा, लेकिन गोंडवाना के ही टिकैट पर। मैंने कांग्रेस नेताओं को गोंडवाना से गठबंधन कर समर्थन देने की मांग की है।