नर्मदापुरम : कलेक्टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय के रेवासभा कक्ष में शुक्रवार 28 जून को बाढ़ आपदा एवं अतिवृष्टि से निपटने की तैयारिायों के लिए बैठक संपन्न हुई। कलेक्टर मीना ने बैठक में उपस्थित विभागों के अधिकारियों एवं जिले की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं यथा जन अभियान परिषद, एनजीओ के प्रतिनिधि, रेड क्रास सोसायटी के सदस्यों से कहा कि वे बाढ़ आपदाके समय सेवाभाव से सहयोग करे साथ ही इस कार्य के लिए आमजन को भी प्रोत्साहित करे।बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगो के लिए सुरक्षित स्थानो पर शिविर स्थापित करने के लिए स्थानो का चिन्हांकन करे। कलेक्टर द्वारा राहत कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने नगर पालिका एवं लोक निर्माण विभाग को चिन्हित राहत पुनर्वास केंद्रों की लगातार मॉनिटरिंग करने एवं इन केंद्रों पर चिकित्सा सुविधा, साफ सफाई, भोजन, विश्राम आदि मूलभूत सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ आपदा की स्थिति में बाढ़ से प्रभावित इलाकों से लोगों के त्वरित राहत केंद्रों तक पहुंचने के लिए बस वाहनों एवं चालकों के पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड को मोटरबोट, नाव आदि सुरक्षा उपकरणों को सक्रिय रखनें एवं उन्हें संभावित प्रभावित इलाकों में बेहतर तरीके से नियोजित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ आपदा नियंत्रण एवं राहत कार्यों के कोर विभागों के अधिकारियों की कंट्रोल रूम, आपदा राहत सहित विभिन्न केंद्रों में ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही उच्च स्तर पर समन्वय के लिए संबंधित अधिकारियों के डेटाबेस तैयार रखें। उन्होंने सभी अनुविभागों में एसडीएम की अध्यक्षता में सब डिविजनल बाढ़ आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि बाढ़ के एलर्ट सायरन को इस प्रकार स्थापित किया जाए की ताकि सभी संभावित प्रभावित क्षेत्र में सायरन कि आवाज कवर हो सके।बैठक में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट राजेश जैन ने बताया कि वर्तमान में पूरे जिले में विभिन्न स्थानो पर आपदा राहत केंद्र बनाए गए हैं, जहां मोटर बोट, नाव आदि सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता और होमगार्ड के पर्याप्त बल की तैनाती की गई है। बैठक में सर्वसंबंधित अधिकारियो सहित, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनो के सदस्यगण एवं जनप्रतिनिधगण उपस्थित रहे एवं बाढ़ आपदा से निपटने के लिए उपयोगी सुझाव दिए। कलेक्टर ने प्राप्त सुझावो के आधार पर कहा कि बाढ़/अतिवृष्टि के दौरान जानमाल की सुरक्षा के साथ-साथ पशुओ की भी सुरक्षा की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए।