कलेक्टर- SP ने आगजनी की घटना के बाद की जा रही कार्यवाही और भविष्य की रणनीति के बारे में दी जानकारी

रायपुर

बलौदाबाजार में हाल ही में हुई आगजनी की घटना में करीब 12 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान है. पीड़ितों को बीमा कंपनियों द्वारा मुआवजा मिलना शुरू हो गया है और पुलिस घटना के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है. कलेक्टर दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर आगजनी की घटना के बाद की जा रही कार्यवाही और भविष्य की रणनीति के बारे में जानकारी दी.

कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि आगजनी की घटना में अब तक के आकलन के अनुसार लगभग 12 करोड़ रुपये की क्षति हुई है. इस क्षति में संयुक्त जिला कार्यालय भवन, जिला पंचायत कार्यालय, जिला निर्वाचन कार्यालय, तहसील एवं पंजीयन कार्यालय भवन, वाहन, उपकरण, और फर्नीचर शामिल हैं. नगर में हुई अन्य क्षति का आकलन अभी जारी है. बीमा कंपनियों द्वारा अब तक 7-8 वाहन स्वामियों को मुआवजा मिल चुका है और लगभग 23 मामलों की प्रक्रिया चल रही है.

वाहनों की क्षति
कलेक्टर ने बताया कि घटना में लगभग 240 निजी और शासकीय वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें पूरी तरह जले 31 निजी और शासकीय चार पहिया वाहन, 60 दो पहिया वाहन, 27 क्षतिग्रस्त चार पहिया वाहन, और लगभग 122 क्षतिग्रस्त दो पहिया वाहन शामिल हैं. जिन निजी वाहनों का बीमा नहीं है, उनका मूल्यांकन किया जा रहा है.

राहत और पुनर्निर्माण
घटना से पीड़ितों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए एक पीड़ित राहत समिति बनाई गई है. दस्तावेज क्षति के लिए भी एक टीम का गठन किया गया है. पुलिस, आबकारी, जिला योजना और सांख्यिकी विभाग में दस्तावेज पुनर्निर्माण का काम शुरू हो गया है.

कानून व्यवस्था और शांति बहाली
कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए लगातार बैठकें की जा रही हैं. चेम्बर ऑफ कॉमर्स, सिविल सोसाइटी, अशासकीय संगठन, कृषक संगठन, और पेट्रोल पम्प संचालकों के साथ बैठकें कर शांति बहाली के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है. उपयुक्त क्षमता के सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं.

जिला स्तरीय सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है जो 24 घंटे निगरानी कर रही है. नकारात्मक और भड़काऊ पोस्ट पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है. शांति समिति की बैठक लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. किराये पर दिए गए मकान और दुकान की सूची नजदीकी थाने को देने और ठेका श्रमिकों की सूची संबंधित विभाग को देने के निर्देश दिए गए हैं. जल्द ही मैदानी अमलों के साथ भी बैठकें आयोजित की जाएंगी.

पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं को समझने के लिए हर तरह से पूछताछ की जा रही है. अब तक 138 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है और पोस्ट के सोर्स तक पहुंचा जा रहा है तथा कई अकाउंट ब्लॉक भी किए जा रहे हैं.

यह घटनाक्रम बलौदाबाजार में शांति बहाल करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए ठोस कदमों का हिस्सा है. जिला प्रशासन और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *