चंडीगढ़। दिसंबर का महीना अब कंपकंपाने लगा है। प्रदेश में लगातार शीत लहर का प्रकोप जारी है। हालांकि, दिन में निकली धूप अधिकतम तापमान को बढ़ा रही है, जबकि रात का तापमान काफी नीचे आ चुका है। शुक्रवार को भी प्रदेश के 17 जिलों में शीत लहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे रात के तापमान में और ज्यादा गिरावट हो सकती है।
हिसार का तापमान 1.6 डिग्री तक पहुंचा
वीरवार को तापमान में गिरावट के साथ ही हिसार का रात का तापमान 1.6 डिग्री तक पहुंच गया। इसी प्रकार काफी शहरों का तापमान भी तीन से चार डिग्री के आसपास चल रहा है। आंकड़ों पर नजर मारें, तो बीते बारह सालों में अंबाला का दिसंबर माह में सबसे कम तापमान 2.7 रिकॉर्ड किया गया है। यानी इस माह में तापमान अभी और नीचे जाएगा, जिससे अच्छी खासी ठंड महसूस होगी।
पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी होने से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ी है। उत्तर व उत्तर पश्चिमी हवाएं मैदान की तरफ आने से रात के तापमान में तेजी से गिरावट हुई है। मौसम विज्ञानियों की माने तो शीत लहर के प्रकोप से लोगों को बचना चाहिए।
गेहूं और गन्ने के लिए बेहतर
वहीं, किसान इंतजार कर रहे हैं कि ठंड जितनी अधिक होगी, उतना गेहूं और गन्ने की फसल को फायदा होगा। जिस तरह से ठंड लगातार बढ़ रही है, उसे देखते हुए गेहूं और गन्ने की फसल के लिए ठंड काफी फायदेमंद है। हालांकि, दिन में धूप निकलने के कारण अभी वह असर इन फसलों में नहीं मिल रहा है। दिन में जब धूप बंद होगी और तापमान गिरेगा, जबकि रात में भी ठंड बढ़ेगी तो इन फसलों को फायदा होगा।
शीत लहर का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा में पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और चरखी दादरी समेत 17 राज्यों में शीत लहर का यलो अलर्ट जारी किया है।
अंबाला में 1913 में माइनस 0.6 डिग्री पहुंच गया था तापमान
मौसम विभाग के अनुसार यदि बीते बारह सालों के आंकड़ों पर नजर मारें, तो दिसंबर माह में ठंड ने काफी परेशान किया है। पांच मौके ऐसे आए, जबकि न्यूनतम तापमान चार डिग्री से नीचे रहा है। इस में भी साल 2019 में 30 दिसंबर माह को सबसे कम तापमान 2.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। हालांकि, आंकड़े बता रहे हैं कि अंबाला में दिसंबर माह का सबसे कम तापमान अब तक साल 1913 में माइनस 0.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
हालांकि, बीते बारह सालों में नवंबर के मुकाबले दिसंबर में तापमान तेजी से नीचे गिरा है। दूसरी ओर अधिकतम तापमान की बात करें, तो दिसंबर में बीते बारह सालों में यह आंकड़ा 24 से लेकर 27 डिग्री तक रहा है। हालांकि, साल 1944 में इस माह का अब तक का सबसे अधिक तापमान 5 दिसंबर को 29.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।