भोपाल । मध्य प्रदेश में आईटी सेक्टर को बढ़ावा देने सरकार नए-नए नवाचार कर रही है। कॉन्क्लेव का आयोजन कर बड़ी-बड़ी कंपनियों को मध्य प्रदेश में इन्वेस्ट करने और उद्योगों को स्थापित करने का न्यौता दिया जा रहा है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आईटी ढ्ढञ्ज सेक्टर में निवेश लाने अगले महीने बेंगलुरु जाएंगे।
रीवा और ग्वालियर में भी आयोजित होगी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
दरअसल अगला इन्वेस्ट एमपी इंटरेक्शन सेशन बेंगलुरु में आयोजित होने जा रहा है। इसमें मध्य प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश पर जोर रहेगा। साथ ही अन्य उद्योगों को भी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए आमंत्रित किया जाएगा। रीवा और ग्वालियर में भी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की जाएगी।
मध्य प्रदेश में अभी ऐसा है आईटी सेक्टर
मध्य प्रदेश में वर्तमान में 50 से अधिक आईटी कंपनियां कार्यरत है। 2 लाख से अधिक युवाओं को इससे रोजगार मिल रहा है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में सात सरकारी आईटी पार्क तैयार हो गए हैं। आईटी के लिए विकसित क्षेत्र एक मिलियन वर्ग फीट में इसे तैयार किया गया है। अतिरिक्त 5 लाख वर्ग फीट क्षेत्र के लिए विकास जारी है। प्रदेश में टीसीएस, इंफोसिस, यश टेक्नोलॉजी, इंपैटस के चार प्राइवेट स्श्र्वं बने हैं। इंदौर के बेटमा में 50 एकड़ में डाटा सेंटर पार्क आकर ले रहा है। इंदौर में रक्षा क्षेत्र में रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड सेंटर आफ एक्सीलेंस तैयार कर रहा है।