असम में बाढ़ से हालात बिगड़ते जा रहे हैं, अब तक बाढ़ से 52 लोगों की मौत हो गई है और 22 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 515 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, इन राहत शिविर में कम से कम 3.86 लाख लोग शरण लिए हुए हैं। अब मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा घटना का जायजा लेने डिब्रूगढ़ पहुंचे हुए हैं।मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने डिब्रूगढ़ शहर की स्थिति की जायजा लिया। डिब्रूगढ़ पिछले आठ दिनों से पानी में डूबा हुआ है और बिजली की गंभीर कमी का सामना कर रहा है। मुख्यमंत्री ने वहां पहुंचकर कुछ इलाकों का पैदल दौरा किया और लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा, हम डिब्रूगढ़ शहर में बाढ़ की समस्या का समाधान निकालने के लिए विशेषज्ञों और स्थानीय निवासियों को शामिल करेंगे।
स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से बिजली आपूर्ति बहाल करने का आग्रह किया, उन्होंने बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए बिजली बंद कर दी गई थी कि बिजली के झटके के कारण कोई दुर्घटना न हो।इसके बाद, हिमंत बिस्वा सरमा ने उपायुक्त को सार्वजनिक एलान करके बिजली आपूर्ति बहाल करने का निर्देश दिया ताकि लोग सतर्क रहें। बता दें कि अधिकारियों ने इस मामले को लेकर कहा है कि शहर में नालियां जाम होने के कारण जलभराव हो रहा है और ब्रह्मपुत्र खतरे के लेवल से ऊपर बह रही है, जिससे पानी निकालने में और अधिक कठिनाइयां हो रही हैं।जानकारी के लिए बता दें कि इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है, जबकि तीन लोग लापता हैं। सबसे अधिक प्रभावित जिलों में धुबरी है जहां 6,48,806 लोग प्रभावित हैं, दरांग में 1,90,261 और कछार में 1,45,926 लोग प्रभावित हुए हैं।