प्रदेश में हैजा, डायरिया का प्रकोप

आधा दर्जन जिलों में डेढ़ सैंकड़ा बीमार  

भोपाल। प्रदेश में भारी बारिश के बीच मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी बढऩे लगा है। हाल ही में आधा दर्जन जिलों में डायरिया, हैजा फैलने के मामले सामने आ चुके हैं। बीमारी की वजह से डेढ़ सैकड़ा से ज्यादा लोग बीमार हैं। हालांकि तक मौसमी बीमारी डायरिया, हैजा से एक भी जनहानि नहीं हुई है।  प्रभावित गांवों में प्रशासन की टीमें कैंप कर रही हैं।
प्रदेश में अभी तक अशोकनगर, श्योपुर, सागर, मंडला, छिंदवाड़ा और डिंडौरी के आदिवासी गांवों में दूषित पानी से फैलने वाली बीमारी की घटनाएं सामने आई हैं।

पीएचई मंत्री के गांव में हैजा
प्रदेश के पीएचई विभाग की मंत्री संपतिया उइके के गांव में ही दूषित पानी से बीमारी फैल गई है। 10 लोग डायरिया के शिकार हैं। जबकि अन्य लोग भी बीमारी की चपेट में आए हैं। प्रशासन की टीम ने गांव में डेरा डाल लिया है। पानी के वर्तमान स्रोत को बंद कराकर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी जनजाति बाहुल्य गांवों में दूषित पानी से हैजा एवं डायरिया फैलने की खबरें सामने आई हैं। पीएचई मंत्री संपतिया उइके का मंडला जिले में ठरका गांव है। पानी के लिए ग्रामीण हैंडपंप एवं प्राकृतिक जल स्रोतों पर निर्भर हैं। हाल ही में हुई बारिश के बाद से गांव में बीमारी फैल रही है। अभी तक 20 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। जिला प्रशासन ने 10 लोगों के डायरिया से पीडि़त होने की पुष्टि की है। कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना ने बताया कि 10 ग्रामीणों डायरिया से पीडि़त है। उनकी हालत ठीक है। गांव में पानी के स्रोतों को बंद कराकर साफ पानी का बंदोबस्त किया जा रहा है।

अमरवाड़ा में 30 बीमार
प्रदेश की छिंदवाड़ा जिले का अमरवाड़ा इन दिनों सुर्खियों में है। क्योंकि अमरवाड़ा में विधानसभा उपचुनाव हो रहे हैं। इस बीच अमरवाड़ा के तेदनी गांव में अब तक 30 से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। स्वास्थ्य टीम गांव में कैंप कर रही है। हर एक घंटे में एक नया व्यक्ति बीमारी की गिरफ्त में आ रहा है। लोगों में बीमारी को लेकर दहशत है। लोगों में बुखार और जुखाम होने के कारण पैरों में जकडऩ हो रही है।

सागर के मेहर गांव में हैजा
सागर जिले की नरियावली विधानसभा क्षेत्र के मेहर गांव में भी हैजा फैलने की सूचना है। मेहर गांव में 70 लोगों के हैजा की चपेट में आने की सूचना है। स्वास्थ्य अमला गांव में कैंप कर रहा है। पानी की जांच की जा रही है। जिस गांव में बीमारी फैली है,वह जनजाति बाहुल्य गांव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *