रायपुर/बलौदाबाजार.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में आज 24 अगस्त को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेगी। इससे पहले कल शुक्रवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट रायपुर सेंट्रल जेल में विधायक देवेंद्र यादव से मिलने पहुंचे थे। इसके साथ ही पीसीसी चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत भी जेल पहुंचे।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तार के बाद प्रदेश कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार आरोप लगा रही है। इन दिनों कांग्रेस एग्रेसिव मोड में हैं। इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि विधायक को षड्यंत्र कर फंसाया गया। सरकार की नाकामी की वजह से बलौदाबाजार हिंसा हुई। उन्होंने बताया कि शनिवार को पूरे प्रदेशभर में धरना प्रदर्शन होगा। कांग्रेसी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। सचिन पायलट ने कहा कि राज्य सरकार सतनामी समाज, दलित समाज, आदिवासी समाज के लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम रही है। बलौदाबाजार हिंसा मामले को नियंत्रण करने में सरकार नाकाम रहे। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा कि भाजपा सरकार हिंसा की जांच के लिए जो कदम उठाना चाहिए वह नहीं कर पा रही है बल्कि कांग्रेस को टारगेट करने का काम कर रही है। बिना तथ्य के, बिना प्रमाण के विधायक देवेंद्र को तमाम तरीके की धाराएं लगाई गई। जबरदस्ती जेल में रखा गया है। यह बहुत गलत उदाहरण सरकार पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज की जो भावना आहत हुई है सरकार उसको समझने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि विधायक देवेंद्र यादव प्रदर्शन के दौरान सिर्फ अपना समर्थन देने गए थे। प्रशासन को कोई अंदेशा नहीं था कि इतनी बड़ी हिंसा होगी। अब इसके बाद कांग्रेस के विधायक को टारगेट किया जा रहा है।
विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश: भूपेश बघेल
इससे पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक देवेंद्र यादव से मिलना चाहते थे। उन्हें यह भी नहीं पता कि उन्होंने क्या अपराध किया है और उन पर कौन सी धाराएं लगाई गई हैं? उन्होंने बताया कि जब गिरफ्तारी की गई तो उसे दौरान एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई, जो भी नोटिस दिया गया वह कानूनी धारा 160 के तहत दिया गया है, जो गवाही की नोटिस होती है। गवाही लेने की बात कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। विधायक देवेंद्र यादव को धोखा देकर के गिरफ्तार किया गया है। यह विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश है। हम गिरफ्तारी को अदालत में चुनौती देंगे। 22 अगस्त को सभी कांग्रेस विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और 23 अगस्त को हम राज्यपाल से समय मांगने की कोशिश कर रहे हैं। 24 अगस्त को कांग्रेस गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी।
'हम सतनामी समाज के साथ'
उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी जांच में अभी तक यह नहीं साफ कर पाई है की जो भाजपाई नेता घटना स्थल पर मौजूद थे और हिंसा भड़काने का काम कर रहे थे, उन्हें क्यों बचाया जा रहा है। घटना स्थल पर लचर कानून व्यवस्था के लिए किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या मंत्री को अभी तक जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। यह प्रदेश की जनता को पता है की अगर सतनामी समाज को ठेस पहुंचाने वाले कारनामों की उचित समय पर जांच की जाती और आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया होता, तो बलौदाबाजार जैसी घटना घटने की परिस्थितियां ही नहीं पैदा होती। कांग्रेस इस लापरवाह एवं पक्षपातपूर्ण रवैये की कड़ी आलोचना करती है। देश प्रदेश की जनता और न्यायालयओं के समक्ष कांग्रेस पार्टी तथ्यों को जरूर रखेगी। सतनामी समाज के साथ कांग्रेस पार्टी हमेशा से खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी।
अन्य विधायकों को नहीं मिलने दिया: चरण दास महंत
मामले में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि हम देवेंद्र यादव से मिलने आए थे, लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर पांच लोगों को ही उनसे मिलने दिया गया। अन्य विधायक भी देवेंद्र लेकर चिंतित थे और उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। भूपेश बघेल ने भी पांच-पांच करके सबको मिलने देने के लिए कहा ,लेकिन उन्हें तब भी जाने नहीं दिया गया। इस तरह साय का प्रशासन यहां भी चुस्त है।
क्या है मामला
भिलाई कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी बलौदाबाजार आगजनी मामले के आरोप में हुई है। बलौदाबाजार में दस जून को कलेक्टोरेट कार्यालय में भीड़ ने तोड़फोड़ कर कई गाड़ियों को फूंक दिया। सतनामियों की ओर से विजय स्तंभ की कथित तोड़फोड़ के खिलाफ बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने यहां पर जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान आरोप है कि देवेंद्र यादव और कई कांग्रेसी नेता दशहरा मैदान में एक बैठक में शामिल हुए थे। इसमें सतनामी समाज के लोग भी उपस्थित थे। बाबा गुरु घासीदास सतनाामी समाज के महान संत माने जाते हैं। छ्त्तीसगढ़ में इस समाज की अच्छी खासी जनसंख्या है।