18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो गया. सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कैबिनेट और बाकी सांसदों ने शपथ ली. सत्र के दूसरे दिन भी सांसदों को शपथ दिलाई गई. दूसरे दिन यूपी के 80 सांसदों ने भी शपथ ली. इनमें नगीना से आजाद समाज पार्टी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी शामिल रहे. शपथ के दौरान चंद्रशेखर के तीखे तेवर भी देखने को मिले. दरअसल, चंद्रशेखर ने शपथ लेने के बाद कई नारे लगाए. उन्होंने नमो बुद्धाय, जय भीम, जय भारत, जय संविधान, जय मंडल, जय जवान, जय किसान, भारतीय लोकतंत्र जिंदाबाद, भारत की महान जनता जिंदाबाद के नारे लगाए. चंद्रशेखर जैसे ही ये नारे लगाकर प्रोटेम स्पीकर की ओर बढ़े, तभी सत्ता पक्ष के सांसदों की ओर से एक आवाज आई, 'पूरा भाषण देंगे क्या…'. इस पर चंद्रशेखर ने तुरंत जवाब दिया, ''देंगे सर इसलिए यहां आए हैं.'' चंद्रशेखर यहीं नहीं रुके वे सीढ़ियों पर कहते नजर आए, ''कहने आए हैं, सुनना पड़ेगा सबको.''
शपथ लेने के बाद साइन करना भूले चंद्रशेखर
शपथ लेने के बाद चंद्रशेखर साइन करना भूल गए. वे सीढ़ियों से आगे बढ़ने लगे. तभी वे अखिलेश यादव के पास पहुंचे और हाथ मिलाया. अखिलेश ने उन्हें साइन करने का याद दिलाया. इसके बाद चंद्रशेखर ने साइन किए. संसद सत्र के शुरुआती दो दिन में सांसदों को शपथ दिलाई गई. आज संसद में स्पीकर का चुनाव होना है. एनडीए के ओम बिरला का मुकाबला विपक्ष के के. सुरेश से है. पहले सरकार की ओर से स्पीकर पद पर सहमति बनाने की कोशिश की गई थी. सरकार ने विपक्ष से स्पीकर पद पर समर्थन देने की मांग की थी. लेकिन विपक्ष डिप्टी स्पीकर पोस्ट की मांग कर रहा था. ऐसे में दोनों के बीच बात नहीं बनी.