महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का संकट लगातार गहरा रहा है और इस बीमारी से निपटने के लिए सरकार अब बड़ा प्लान बना रही है।
इसके तहत देश भर में 9 से 14 साल की लड़कियों को टीका दिया जाएगा। इससे उन्हें सर्वाइकल कैंसर होने की संभावनाएं कम होंगी।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक यह टीकाकरण अभियान तीन साल तक अलग-अलग चरणों में चलेगा। इसी साल अप्रैल के बाद यह अभियान कभी भी शुरू हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक पहले चरण की शुरुआत के लिए सरकार को कम से कम 7 करोड़ टीकों की जरूरत है। फिलहाल सरकार इन टीकों की व्यवस्था कर रही है। इन्हें जुटाने के बाद अभियान शुरू किया जाएगा।
सर्वाइकल कैंसर के टीके को भारत के हेल्थ सेक्टर के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लड़कियों को कम उम्र में ही यदि यह टीका लग जाएगा तो प्रौढ़ा अवस्था में उन्हें सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना कम रहेगी।
महिलाओं को होने वाली कैंसर की बीमारी में सर्वाइकल वाला कैंसर सबसे ज्यादा होता है। कैंसर के इस टीके को पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है।
बता दें कि सीरम ने ही कोरोना की प्रभावी वैक्सीन कोविशील्ड भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर तैयार की थी।
पहले खबर थी कि 2023 के अंत तक ही सर्वाइकल कैंसर से बचाव का टीकाकरण शुरू हो जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हो सका और अब बड़े पैमाने पर टीकों का उत्पादन हो रहा है।
फिलहाल कुछ निजी अस्पतालों में टीका उपलब्ध है। टीके की एक डोज की कीमत करीब 2000 रुपये रखी गई है, जो निजी अस्पतालों में मिल रहा है।
गौरतलब है कि यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद अहम है। सर्वाइकल कैंसर के टीके को इस बीमारी से निपटने में सफलता की ओर एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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