अहमदाबाद | गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक एवं प्रवक्ता मनीष दोशी ने भाजपा की लूट नीति पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य की आठ महानगर पालिकाओं में भाजपा शासक शहरी नागरिकों को लूट रहे हैं| भाजपा शासकों ने महानगर पालिका के सेवासदन को मेवासदन बना दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात नगरपालिका अधिनियम के अनुसार राज्य सरकार ने गांधीनगर नगर निगम में भाजपा द्वारा घोषित समितियों को अभी तक कोई मंजूरी नहीं दी है। भाजपा पार्षदों में आंतरिक कलह चरम पर है। जिससे नागरिकों में चर्चा है कि ऐसी व्यवस्था की गई है| गुजरात के युवाओं को सरकारी नौकरियों का लॉलीपॉप देकर भाजपा वर्षों से गुजरात और गुजरातियों को धोखा दे रही है। अब भाजपा की अपनी ही पार्टी के निर्वाचित पार्षदों को सरकार द्वारा अनुमोदित नहीं की गई समितियों और अन्य पदों का अध्यक्ष भी घोषित कर दिया गया है। क्या अनाधिकृत समिति पोस्ट धोखाधड़ी नहीं है? उन्होंने कहा कि भाजपा शासित आठ महानगर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के केंद्र हैं। जिसमें शहरी नागरिक उच्च कराधान के बोझ से जूझ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात में भाजपा के भ्रष्ट लूट मॉडल के कारण सूरत तक्षशिला कांड, वडोदरा में हरणी नाव कांड, राजकोट में टी.आर.पी. गेमज़ोन कांड, मोरबी के झुलता पुल कांड में बड़े पैमाने पर निर्दोष नागरिकों – बच्चों – की जान गई है। अहमदाबाद नगर निगम के भाजपा प्रभारी को हटाने के पीछे भी काफी विवाद है| भाजपा को बताना चाहिए कि भाजपा प्रभारी से हिस्सेदारी में कहां आपत्ति हुई? रातों-रात किसके इशारे पर लिए गए इस फैसले के पीछे भी भाजपा की अंदरूनी खींचतान एक बार फिर सतह पर आ गई है| राज्य के दो करोड़ से अधिक शहरी नागरिकों से वसूले गए अंधाधुंध टैक्स के पैसों पर बेलगाम लूट मचा रहे भाजपा शासक गुजरात की जनता को कब हिसाब देंगे? बुनियादी सुविधाएं कब मुहैया कराएंगे? कब रुकेगा अवैध निर्माण? नागरिकों को भयावह भ्रष्टाचार से कब मुक्ति मिलेगी?