महाराष्ट्र के मंत्री अब्दुल सत्तार को निष्कासित करने की भाजपा के एक नेता ने मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अब्दुल सत्तार ने इस लोकसभा चुनाव में जालना सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन किया था।महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को बुधवार को पार्टी की सिल्लोड शहर इकाई के प्रमुख कमलेश कटारिया ने पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के प्रचार में शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार और उनके समर्थकों ने कांग्रेस उम्मीदवार कल्याण काले की मदद की थी। बता दें कि जालना में पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया था।
कमलेश कटारिया ने दावा किया कि राज्य विधानसभा में सिल्लोड का प्रतिनिधित्व करने वाले अब्दुल सत्तार ने अपने जालना लोकसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ काम किया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा, "सिलोद में भाजपा का एक बड़ा मतदाता आधार है। अब्दुल सत्तार यहां पार्टी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं।"उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी कार्यकर्ता सत्तार और उनके समर्थकों से नाराज हैं। कमलेश कटारिया ने लिखा, "हमने पार्टी की खातिर अब तक इसे बर्दाश्त किया है। इस पर फैसला लिया जाना चाहिए और मंत्री को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से बाहर किया जाना चाहिए।"