पूर्णिया। बिहार में एक रहस्यमयी बीमारी ने सभी को डरा दिया है। यहां एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत एक के बाद एक हुई है। इस बीमारी में लूस मोशन,पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होती है। कई बार दवा लेने के बाद मरीज की सोते में मौत हो जाती है। इस तरह के दावों में कितनी सच्चाई है तो ये जांच के बाद ही पता चलेगा। मुफस्सिल थाना के रामपुर मुसहरी टोला में अज्ञात बीमारी से एक ही परिवार के तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, जबकि एक भाई मितेन और एक गर्भवती महिला मुन्नी देवी आज फिर गंभीर रूप से बीमार पड़ गयी है। सिविल सर्जन का कहना है कि वायरल डायरिया या फूड प्वाइजनिंग के कारण मौत की संभावना है। हालांकि अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है कि कौन सी बीमारी है। सैंपल को जांच के लिए बाहर भेजा गया है।
घटना के बाद गांव में मेडिकल टीम, पीएचइडी विभाग की टीम और एम्बुलेंस तैनात है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर बनाए हुए हैं। स्थानीय मुखिया निरंजन उरांव और पड़ोसी की माने तो 18 जुलाई को वासुदेव ऋषि का पुत्र अखिलेश गाजियाबाद से अपने पत्नी के साथ घर आया था। उसने उधर से पीठा लाया था जो पूरे परिवार खाया था। वहीं उस रात में पूरा परिवार चिकन चावल खाया। इसके बाद अखिलेश को लूज मोशन, दस्त और तेज पेट दर्द हुआ। दवाई खाने के बाद जब वह सोया तो रात में ही उसकी मौत हो गई। दो दिन बाद 21 जुलाई को अखिलेश की 80 साल की दादी अशिया देवी को भी अचानक पेट में दर्द हुआ और उसकी मौत हो गई। फिर 22 तारीख को अखिलेश का छोटा भाई मिथुन को भी पेट दर्द, लूज मोशन और दस्त हुआ। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भी लाया गया। इसके बाद भी उसकी मौत हो गई। आज सुबह फिर अखिलेश का भाई मिथुन को उल्टी, पेट दर्द और लूज मोशन शुरू हो गया। इसके बाद उसे गंभीर हालत में जीएमसीएच लाया गया।यहां से उन्हें भागलपुर रेफर कर दिया गया है। वहीं सिविल सर्जन डॉक्टर पीके कनौजिया ने कहा कि जिस तरह से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और एक भाई और एक गर्भवती महिला गंभीर रूप से बीमार है। ऐसा लगता है कि यह वायरल डायरिया या फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है। घटना के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। गांव में दो एंबुलेंस, मेडिकल टीम और पीएचइडी विभाग की टीम मौजूद है। सभी घरों के लोगों का कोविड टेस्ट और अन्य तरह का टेस्ट कराया जा रहा है। फागिंग और ब्लीचिंग का छिड़काव भी कराया गया है। वहीं पीएचइडी विभाग के द्वारा पानी की भी जांच की जा रही है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि सिर्फ उसी परिवार में यह घटनाएं हो रही है। अगल-बगल के लोग स्वस्थ हैं। लेकिन, डर सबके मन में है।