लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी में हुए धमाकों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
ईरानी कुद्स फोर्स के एक पूर्व अधिकारी ने सरकारी टीवी चैनल पर शनिवार को दावा किया कि एक ईरानी कंपनी ने हिजबुल्लाह के लिए वह पेजर्स खरीदे थे।
हालांकि बाद में उसी चैनल ने किसी ईरानी कंपनी द्वारा ऐसी किसी भी खरीददारी की खबर का खंडन किया। पिछले महीने इन पेजर्स और वॉकी-टॉकी में हुए विस्फोट के कारण हिजबुल्लाह के कई लड़ाकों की मौत हो गई थी।
समाचार सेवा ईरान से बात करते हुए कुद्स फोर्स के पूर्व डिप्टी कमांडर मसूद असदुल्लाही ने कहा कि एक ईरानी कंपनी ने उन पेजर्स को हिजबुल्लाह के लिए खरीदा था, जिनमें बाद में धमाका हुआ था।
ईरान इंटरनेशनल इंग्लिश के मुताबिक मसूद असदुल्लाही ने कहा कि यह पेजर एक ईरानी कंपनी द्वारा खरीदे गए थे। उन्होंने कहा कि उनके (हिजबुल्लाह) पास पहले से ही हजारों पेजर थे।
उन्होंने पुराने पेजर्स को सक्रिय करने का निर्णय लिया, लेकिन 3,000 से 4,000 नए पेजर्स की आवश्यकता थी। उन्होंने एक ईरानी कंपनी से ऑर्डर देने को कहा।
हिजबुल्लाह की तरफ से कहा कि वे खरीदारी नहीं कर सकते क्योंकि इससे संदेह पैदा होगा।
उस कंपनी ने एक प्रसिद्ध ताइवानी ब्रांड के साथ बातचीत की जो पेजर का उत्पादन करता था और 5,000 पेजर का ऑर्डर दिया। पेजर ईरानी कंपनी को सौंपे गए, और फिर हिजबुल्लाह को दे दिए गए।
सुरक्षा जांच से नहीं गुजरे पेजर- मसूद
मसूद असदुल्लाही ने कहा कि हिजबुल्लाह का जिन पेजर्स के जरिए नुकसान हुआ है उनको इस्तेमाल करने से पहले सुरक्षा जांच से गुजरना चाहिए था।
लेकिन उनकी कोई सुरक्षा जांच नहीं की गई और उन्हें सीधा हिजबुल्लाह के पास भेज दिया गया। हालांकि शायद ही किसी ने सोचा था कि यह पेजर बम बन जाएंगे।
5 हजार पेजर्स में से केवल 3 हजार ही बांटे गए- मसूद
असदुल्लाही ने कहा कि कंपनी ने हिजबुल्लाह को देने के लिए करीब 5 हजार नए पेजर्स मंगवाए थे, लेकिन उन्होंने केवल 3 हजार पेजर्स ही वितरित किए बाकी 2 हजार रख लिए गए थे। उन 3 हजार पेजर्स में एक साथ ही विस्फोट हो गया।
मसूद असदुल्लाही की इन टिप्पणियों से ईरान में खलबली मच गई। जल्दी ही ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के करीबी माने जाने वाले मीडिया आउटलेट नूर न्यूज़ ने भी उनकी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी।
नूर न्यूज ने लिखा कि किसी भी ईरानी कंपनी ने हिज़्बुल्लाह पेजर्स की खरीद, परिवहन या वितरण में कोई भूमिका नहीं निभाई है।
पिछले महीने ही लेबनान में हवाई हमला करने से पहले इजरायल की तरफ से लेबनान में पेजर्स और वॉकी-टॉकी में विस्फोट हुए थे।
हालांकि इजरायल ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली थी। पेजर्स में हुए इन विस्फोटों लेबनान में करीब 37 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
हिजबुल्लाह पहले ही मोबाइल नेटवर्क का उपयोग करना बंद कर दिया था। बाद में जब पेजर्स और वॉकी-टॉकी में भी धमाका होना शुरू हो गया तो हिजबुल्लाह का आंतरिक संचार नेटवर्क ध्वस्त हो गया, जिसके बाद इजरायल के लिए हिजबुल्लाह पर हमला करना और आसान हो गया।
The post पेजर ब्लास्ट पर बड़ा खुलासा: ईरानी कंपनी ने हिज़बुल्लाह के लिए खरीदा था विस्फोटक सामग्री… appeared first on .