एसीबी की बड़ी कार्रवाई, तीन कांस्टेबल और लेखा अधिकारी के घर पर छापा

बिलासपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ पांच जगहों पर छापेमारी की। इनमें बिलासपुर के तीन जीआरपी आरक्षक और कवर्धा का एक सहायक लेखापाल शामिल हैं। सभी पर रिश्वत लेने और आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है। रिश्वत लेने के सभी आरोपी फिलहाल निलंबित हैं।

सुबह 6 बजे पहुंची टीम

कवर्धा में दो माह पहले रिश्वत लेते पकड़े गए बोड़ला जनपद पंचायत के निलंबित सहायक लेखापाल के दो घरों पर एसीबी की टीम ने छापेमारी कर पूछताछ की। एसीबी की टीम रविवार सुबह 6 बजे कवर्धा पहुंची। एसीबी की टीम ने आनंद बिहार कॉलोनी स्थित सहायक लेखापाल नरेंद्र कुमार राउतकर के घर पर दस्तक दी और जांच व पूछताछ शुरू की। आय से अधिक संपत्ति के संबंध में पूछताछ का सिलसिला शाम तक जारी रहा।

आपको बता दें कि बोड़ला जनपद पंचायत के सहायक लेखापाल नरेंद्र कुमार राउतकर ने ग्राम पंचायत के काम की राशि जारी करने के एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत एसीबी से की गई जिसके बाद उसे रंगेहाथ पकड़ लिया गया। बाद में उन्हें निलंबित कर दिया गया।

जीआरपी के तीन आरक्षकों पर छापा

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रविवार को आय से अधिक संपत्ति मामले में बिलासपुर और कोरबा में बर्खास्त जीआरपी आरक्षकों के ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान टीम ने महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। गौरतलब है कि बिलासपुर में गांजा तस्करी करते पकड़े गए जीआरपी आरक्षक मन्नू प्रजापति, संतोष राठौर और लक्ष्मण गायन को बर्खास्त कर दिया गया था। इस मामले में एसीबी ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। रविवार को बिलासपुर की टीम ने शहर के सिरगिट्टी और मोपका में और सरगुजा की टीम ने कोरबा में ठिकानों पर दबिश दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *