गोवा की राजधानी पणजी में ‘सनर्बन ईडीएम’ उत्सव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
कार्यक्रम के आयोजकों पर भगवान शिव का अपमान करने का आरोप लगा है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की गोवा यूनिट ने इसे लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस नेता विजय भीके ने सनबर्न के आयोजकों के खिलाफ मापुसा में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
वहीं, AAP के प्रदेश अध्यक्ष अमित पालेकर ने कहा कि राज्य सरकार को सनातन धर्म को चोट पहुंचाने के लिए आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
लोकप्रिय नृत्य संगीत महोत्सव ‘सनबर्न ईडीएम’ 28 दिसंबर को उत्तरी गोवा के वागाटोर में शुरू हुआ था और यह शनिवार 30 दिसंबर को समाप्त हुआ।
पालेकर ने कहा, ‘हमने देखा कि उत्सव के दौरान भगवान शंकर की छवि का इस्तेमाल किया गया था। जब लोग नशे में थे और नाच रहे थे तब एलईडी स्क्रीन पर यह पिक्चर दिखाई गई।’
आप नेता ने कहा कि उन्होंने सरकार से मांग की है कि आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, क्योंकि हमारे सनातन धर्म की पवित्रता का अपमान किया गया है।
उत्सव के दौरान शराब और भगवान की तस्वीर
अमित पालेकर ने कहा, ‘EDM उत्सव के दौरान शराब इस्तेमाल की जाती है, वहां हमारे भगवान की तस्वीर का इस्तेमाल करना सही नहीं है।
हमने पुलिस महानिदेशक को फोन कर सनबर्न उत्सव के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।’ सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी से शिकायत मिली है और वे इसकी जांच कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने इस मामले को लेकर अपने गुस्से का इजहार किया है। यूजर्स का कहना है कि शराब, लाउड म्यूजिक के साथ भगवान को दिखाना गलत है। इसे लेकर पुलिस प्रशासन को आरोपियों के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाना चाहिए।
फेस्टिवल में महंगे मोबाइल फोन चुराने के आरोप
दूसरी ओर, गोवा पुलिस ने सनबर्न ईडीएम महोत्सव के दौरान 25 लाख रुपये के महंगे मोबाइल फोन चुराने के आरोप में एक गिरोह के 7 लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी मुंबई के रहने वाले हैं। पुलिस उपाधीक्षक जिवबा दलवी ने बताया कि पुलिस ने विभिन्न ब्रांड के 29 मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जो आरोपी ने तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान संगीत समारोह में आए लोगों से चुराए थे।
उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर को संगीत महोत्सव शुरू होने के बाद से पुलिस को मोबाइल फोन चोरी की शिकायतें मिली थीं।
अधिकारी ने कहा कि अंजुना पुलिस ऐसी घटनाओं के लिए पहले से ही तैयार थी और ऐसे तत्वों पर नजर रखने के लिए सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को कार्यक्रम स्थल पर तैनात किया गया था।