नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को लेकर राजनीति जारी है। फिलहाल बिल को जेपीसी के पास भेज दिया गया है। हालांकि, इस लेकर एनसीपी प्रमुख अजित पवार का बयान भाजपा की टेंशन को बढ़ सकता है। धुले में एनसीपी जन सम्मान यात्रा को संबोधित कर पवार ने कहा कि केंद्र सरकार एक नया बिल (वक्फ संशोधन विधेयक, 2024) लेकर आई है। इस बिल को जेपीसी के पास भेजा गया है जिसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सांसद शामिल हैं।
उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि एनसीपी ने फैसला किया है कि अगर आपको इस बिल को लेकर कोई चिंता है, तब हमारी पार्टी आपकी बात सुनेगी। उन्होंने कहा कि हम अल्पसंख्यकों के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाओं के लिए हम नई लाडली बहना योजना लेकर आए हैं। राज्य की महिलाओं को एनसीपी पर भरोसा है। नवंबर में चुनाव होगा और दिसंबर में नई सरकार बनेगी। हमें इस योजना को आगे भी जारी रखना है। इसलिए मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि महायुति और उसके संबंधित विधायक उम्मीदवारों का समर्थन करें। पवार ने कहा कि हमने तय किया है कि इस शैक्षणिक वर्ष से ईडब्ल्यूएस और पिछड़े वर्ग की महिलाओं की कॉलेज शिक्षा को पूरी तरह से प्रायोजित किया जाएगा। 8 अगस्त को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने नासिक के डिंडोरी से अपनी जन सम्मान यात्रा शुरू की। यह एक महत्वाकांक्षी अभियान है जो राज्य के अधिकांश हिस्सों में जाएगा और अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों तक जारी रहेगा। यात्रा का मुख्य फोकस 70-80 निर्वाचन क्षेत्रों पर है, जहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चुनाव लड़ना चाहती है, जिसमें महिला मतदाताओं पर विशेष जोर दिया गया है।