प्रदेश के नये डीजीपी की दौड़ में अजय शर्मा, अरविंद कुमार, कैलाश मकवाना के नाम सबसे आगे

भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस के वर्तमान मुखिया डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। इसे लेकर जल्द ही नए डीजीपी की नियुक्ति किये जाने को लेकर प्रदेश सहित केंद्र सरकार का मथन तैयारियां जारी है। एमपी के नये डीजीपी की रेस में कई दिग्गज अधिकारियों के नाम शामिल है, इन अफसरो में से किसी एक को मध्य प्रदेश का अगला डीजीपी बनाये जाने के लिये नॉमिनेट किया गया है। 

प्रदेश सरकार ने केंद्र में डीओपीटी को 9 नामों का पैनल भेजा
सूत्रो के अनुसार प्रदेश के नए डीजीपी को लेकर प्रदेश सरकार ने केंद्र में डीओपीटी को 9 नामों का पैनल भेज दिया है। इन नामो में डीजी ईओडब्ल्यू अजय कुमार शर्मा, डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार, पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के अध्यक्ष कैलाश चंद्र मकवाना, डीजी जेल जीपी सिंह, पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के एमडी उपेंद्र कुमार जैन, स्पेशल डीजी वरुण कपूर, स्पेशल डीजी आलोक रंजन, डीजी महिल सेल प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, एडीजी योगेश मुद्दाल के नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि डीजीपी की नियुक्ति के लिए संघ लोक सेवा आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार विशेष पुलिस महानिदेशक स्तर के ऐसे अधिकारी जिन्होंने कम से कम दस साल सीआईडी, महिलाओं के विरुद्ध अपराध प्रकोष्ठ, आर्थिक अपराध शाखा, साइबर अपराध प्रकोष्ठ, राजकीय रेलवे पुलिस, आईबी, आतंकवाद विरोधी इकाई, अनुसंधान विश्लेषण विंग/केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में काम करने का अनुभव हो। और उनके सेवानिवृत्त होने में कम से कम छह माह बाकी हों, उनके नाम ही डीजीपी पैनल में भेजे जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा भेजे गये पैनल में शामिल इन सभी अधिकारियों ने अपनी 30 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है।

केंद्र सरकार नो में से तीन नामों का पैनल बनाकर प्रदेश सरकार को देगी
प्रदेश सरकार के भेजे गए पैनल में से केंद्र सरकार ने तीन नामों का पैनल बनाकर प्रदेश सरकार को देगी इन तीन में से ही नए डीजीपी का चुनाव किया जाएगा। वर्तमान डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना मार्च 2022 से इस पद है, और उनकी नियुक्ति संघ लोक सेवा आयोग के पैनल से हुई थी, और करीब ढाई साल तक प्रदेश के डीजीपी पद रहकर अपना कार्यकाल 30 नवंबर को पूरा करेंगे।

डीजीपी की रेस में यह तीन नाम सबसे आगे
केंद्र को राज्य सरकार द्वारा मिले आधा दर्जन से अधिक नामो के पैनल में प्रदेश में नए डीजीपी के लिए 1989 बैच के अजय शर्मा, 1988 बैच के अरविंद कुमार और कैलाश मकवाना के नाम सबसे आगे चल रहे हैं। नए डीजीपी के लिए यूपीएससी जल्द ही एक बैठक करके पैनल बनाएगा। यह पैनल डीजीपी के पद को लेकर चयन में महत्वपूर्व भुमिका निभाएगी। यूपीएससी की इस बैठक में मौजूदा डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना और मुख्य सचिव अनुराग जैन भी शामिल होंगे।

नए डीजीपी के सामने यह रहेगी चुनौतियां 
मध्यप्रदेश के नए डीजीपी के सामने कई अनेक चुनौतियां रहेगी। वर्तमान हालात को देखते हुए महिलाओं और नाबालिगो के खिलाफ लगातार सामने आ रहे जघन्य और अतिगंभीर अपराध प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे है। इसके साथ ही महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनॉए का आंकड़ा भी एमपी में लगातार बढ़ रहा है, रेप के मामले में मध्यप्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। वहीं एनसीआरवी के आकंड़ों के मुताबिक बच्चों के साथ होने वाले अपराध में भी मध्यप्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है। इसके साथ ही प्रदेश के अनेक जिलों में तेजी से फैल रह नशे का कारोबार भी पुलिस के सामने लगातार चुनौती बनकर खड़ा है।

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