बलौदाबाजार
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार शहर में सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को सात FIR दर्ज करते हुए 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं घायल हुए पुलिसकर्मियों में एक की हालत गंभीर है, जिसके बाद उसे बिलासपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले सोमवार को सतनामी समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने जिले के कलेक्टर कार्यालय में घुसकर भयानक उत्पात मचाया था। उन्होंने जिले में स्थित अपने धार्मिक स्थल को कथित रूप में नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों वाहनों के साथ-साथ ऑफिस बिल्डिंग में आग लगा दी थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में खड़ी दो दर्जन से अधिक कारों के अलावा करीब 70 दोपहिया वाहनों और एक सरकारी भवन में आग लगा दी गई। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के दौरान पथराव में करीब 50 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए बलौदाबाजार-भाटापारा के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया, 'हमने सोमवार की घटना के सिलसिले में सात अपराध दर्ज किए हैं। आगजनी में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस की 12 टीमें गठित की गई हैं, जिन्हें अलग-अलग स्थानों पर भेजा गया है।' साथ ही उन्होंने बताया कि 'CCTV फुटेज, पुलिस द्वारा की गई विरोध-प्रदर्शन की वीडियोग्राफी और मीडियाकर्मियों सहित अन्य स्रोतों से प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर मुख्य आरोपी और अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।'
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि, 'आरोपियों को पकड़ने के लिए हम पड़ोसी और अन्य जिलों के एसपी से संपर्क में हैं। कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद इस संबंध में जानकारी दी जाएगी।' उन्होंने कहा, आगजनी में चार पहिया और दोपहिया वाहनों को मिलाकर 100 से ज्यादा वाहनों को नुकसान पहुंचा है और कुल नुकसान का आकलन करने के लिए एक टीम गठित की गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के हमले में 45 से 50 पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई हैं, जिनमें से एक की हालत गम्भीर बताई जा रही है। जिसके बाद उसे बिलासपुर जिले के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मीडिया से बात करते हुए जिला कलेक्टर केएल चौहान ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार हिंसा के मामले में अबतक लगभग 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आरोपियों का पता लगाने के लिए कार्रवाई जारी है।
बता दें कि बीते महीने 15 और 16 मई की दरम्यानी रात को जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा के पास सतनामी समुदाय द्वारा पूजे जाने वाले पवित्र प्रतीक 'जैतखम्भ' या 'विजय स्तंभ' को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया था। घटना के सिलसिले में पुलिस ने बाद में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
इसी घटना के विरोध में सतनामी समुदाय के लोगों ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में प्रदर्शन और कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने का आह्वान किया था। इस दौरान यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो उठा और लोगों ने आगजनी और पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद बलौदाबाजार-भाटापारा जिला प्रशासन ने शहर में धारा 144 लगा दी है, जिसके तहत 16 जून तक बलौदाबाजार शहर में चार या अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है।