पाकिस्तान में घुसकर बम बरसाने के एक दिन बाद ईरान के एक सैन्य अधिकारी की हत्या कर दी गई।
यह घटना पाकिस्तान और अफगानिस्तान से लगते ईरान के दक्षिणपूर्वी प्रांत में हुई। ईरानी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बुधवार को बताया कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
जहां ये हत्या हुई ईरान का वह इलाका काफी अशांत माना जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान की एजेंसियां “अपराधियों की पहचान करने और उनको पकड़ने का प्रयास कर रही हैं।”
यह हमला सिस्तान-बलूचिस्तान (ईरान के क्षेत्र) प्रांत में हुआ। सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत या ‘असली बलूचिस्तान’ ईरान के 31 प्रांतों में से दूसरा सबसे बड़ा प्रांत है।
इससे पहले पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत में एक सुन्नी आतंकी संगठन से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए जाने पर ईरान को ‘गंभीर परिणाम’ भुगतने की चेतावनी दी है। ईरान के इन हमलों में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
ईरानी मीडिया ने बताया कि पाकिस्तान में आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के दो ठिकानों को मंगलवार को मिसाइलों से निशाना बनाया।
इसके अलावा, पाकिस्तान ने बुधवार को ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया और सभी आगामी उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्राएं निलंबित कर दीं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘पिछली रात ईरान द्वारा बिना उकसावे के पाकिस्तान की संप्रभुता का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन किया जाना अंतरराष्ट्रीय कानून तथा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों का उल्लंघन है। यह गैर कानूनी कार्रवाई बिल्कुल अस्वीकार्य है और उसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता।’’
पश्चिम एशिया में हमास और इजराइल के युद्ध के कारण पहले से ही स्थिति तनावपूर्ण है, ऐसे में ईरान के इन हमलों ने चिंता और बढ़ा दी है।
ईरानी समाचार एजेंसी तसनीम ने कहा, “पाकिस्तान में जैश-अल-धुल्म (जैश-अल-अदल) आतंकवादी समूह के दो प्रमुख ठिकानों को विशेष रूप से लक्षित किया गया और सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया।”
ईरान ने बार-बार चेतावनी दी है कि जैश-अल-अदल आतंकवादी समूह उसके सुरक्षाबलों पर हमले करने के लिए पाकिस्तान की भूमि का इस्तेमाल कर रहा है और बलूचिस्तान के सीमावर्ती शहर पंजगुर में इसके ठिकाने हैं।