आमिर खान का 60वां जन्मदिन: परिवार और फिल्म इंडस्ट्री के साथ जश्न

आमिर खान का 60वां साल: मोहम्मद आमिर हुसैन खान उर्फ आमिर खान अपने समय के दिग्गज फिल्म निर्माता ताहिर हुसैन के बेटे हैं। उनके चाचा नासिर हुसैन हिंदी सिनेमा के कामयाब फिल्म निर्देशक रहे। चचेरे भाई मंसूर खान ने आमिर को लेकर बतौर हीरो उनकी पहली फिल्म 'कयामत से कयामत तक' बनाई और उनकी आखिरी फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' का निर्देशन किया उनके लंबे समय तक सहायक रहे अद्वैत चंदन ने। अद्वैत अब आमिर के बेटे जुनैद की फिल्म 'लवयापा' का भी निर्देशन कर रहे हैं। 24 मार्च 1965 को जन्मे आमिर को भारत सरकार पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित कर चुकी है। आमिर 14 मार्च को 60 साल के हो जाएंगे और इस आंकड़े को छूने से पहले वह फिल्म जगत के उन सारे लोगों को शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जिन्होंने उन्हें यहां तक पहुंचने में किसी न किसी तरह मदद की।

'यादों की बारात' से 'लाल सिंह चड्ढा' तक का सफर
'यादों की बारात' में बाल भूमिका से शुरू करके जीवन की विभिन्न अवस्थाओं के किरदार फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में करने वाले आमिर इन दिनों मुंबई के तकरीबन हर फिल्मी कार्यक्रम में दिख जाते हैं। फिल्म उनकी हो न हो, उन्होंने बनाई हो न हो, कैमरे के सामने मुस्कुराते हुए अपने फोटो खिंचवाने का आमिर बहाना ढूंढ ही लेते हैं। साउथ सिनेमा में भी उनकी रुचि बढ़ रही है और शाहरुख व सलमान की तरह संभावना है कि उनकी भी एक फिल्म किसी न किसी साउथ सिनेमा निर्देशक के साथ जल्द ही शुरू हो जाए।

क्या होगा इस आयोजन में खुलासा?
लेकिन, साल 2025 को यादगार बनाने के आमिर खान के पास और भी दस बहाने हैं। उनके बेटे जुनैद की सिनेमाघरों में रिलीज हो रही पहली फिल्म 'लवयापा' को लेकर उनके परिवार में खासा उत्साह है। बीते साल ही उनकी बेटी आयरा की शादी हुई है। छोटा बेटा आजाद भी अपनी धुन में मगन है। दोनों पूर्व पत्नियों रीना दत्ता व किरण राव से आमिर के रिश्ते अच्छे हैं ही। चर्चाएं ये भी रही हैं कि आमिर के जीवन में किसी नए प्रेम की आहट हो चुकी है और हो सकता है इस शानदार आयोजन में इसकी भी कोई झलक लोगों को देखने को मिल जाए। बरसों पहले उनका एक प्रेम प्रसंग एक अंग्रेजी पत्रिका ने भी खूब उछाला था, जिसमें उस प्रेम प्रसंग से भी उनको एक बेटा होने की बात कही गई थी। आमिर ने तब उन सारे पत्रकारों को एक श्राप जैसा एहसास देने वाला मैसेज मोबाइल पर भेजा था जिन्होंने उस अंग्रेजी पत्रिका की खबर पर न्यूज चैनलों पर कार्यक्रम बनाए थे।

'स्माइलिंग बुद्धा' बनने की ओर कदम
लेकिन, हाल के बरसों में आमिर खासे बदले हैं। सार्वजनिक कार्यक्रमों मे सिगार लेकर दिखने वाले आमिर ने इसके बारे में टोकने पर इसे भी अब बंद कर दिया है। अब आमिर चाहते हैं कि वह एक ऐसा जश्न करें जहां वह सारे शिकवे गिले मिटाकर हिंदी फिल्म जगत के 'स्माइलिंग बुद्धा' बन जाएं। अभिनय में ज्यादा दिलचस्पी आमिर की अब है नहीं। वह नए कलाकारों और तकनीशियनों के साथ आमिर खान प्रोडक्शन्स तले कुछ अच्छी कहानियों वाली फिल्में भी बनाना चाहते हैं। इसके अलावा और भी उनकी कुछ खास योजनाएं हैं जिनका एलान वह अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर होने जा रहे इस कार्यक्रम में कर सकते हैं।

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