मुंबई से एक चौंकाने वाली खबर आई है। जब हम फुटपाथ या सड़क पर कोई गड्डा देखते हैं तो बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) या किसी अन्य प्राधिकरण को दोषी मानते हुए खरीखोटी सुनाने लग जाते हैं। मगर अब आप कोई खुदा हुआ फुटपाथ देखें, तो यह न माने की यह बीएमसी का काम है, यह चोरों का भी काम हो सकता है।
तांबे के तार चोरी
दरअसल, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर रोड के दादर-माटुंगा खंड पर फुटपाथ पर उखड़े हुए पेवर ब्लॉकों की नियमित जांच हो रही थी। तभी स्थानीय लोगों को फुटपाथ के नीचे बिछाए गए जरूरी केबलों से तांबे के तार चोरी होने का पता चला ।माटुंगा पुलिस पहले ही छह से सात लाख रुपये के तांबे के तार चुराने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। तांबे की कीमत 845 रुपये प्रति किलो है। सूत्रों का कहना है कि इस तरह की चोरी और भी क्षेत्रों में हो सकती है, जिनमें माटुंगा, किंग्स सर्कल, वडाला और शिवाजी पार्क शामिल हैं।